अतीत को भूला कर कोई समाज, कोई व्‍यक्ति, कोई राष्‍ट्र आगे नहीं बढ़ सकता : CM योगी

उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर यूपी दिवस के तीन दिवसीय रंगारंग आयोजनों का मेला शुक्रवार से लखनऊ से अवध शिल्पग्राम में शुरू हुआ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्ज्वलित कर ‘उत्तर प्रदेश दिवस’ का उद्घाटन किया। इस दौरान राज्यपाल और मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य नीलकंठ तिवारी ने स्मृति चिह्न भेंट की। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर समारोह का समापन होगा।

सबसे पहले मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने उत्‍तर प्रदेश को एक नई पहचान दिलाने के लिए निरंतर प्रयत्‍नशील सभी संस्‍कृत कर्मी, खेलकूद व समाज से जुड़े भाइयो और बहनों को इस दिवस की स्‍थापना पर बधाई दी। उन्‍होंने कहा कि यह एक गौरव का विषय है कि जिसे हम आज उत्‍तर प्रदेश कहते हैं, ये वास्‍तव में 24 जनवरी 1950 को इस नाम से अस्तित्‍व में आया। आदिकाल से ही यह धरती अत्‍यंत पवित्र रही है। लेकिन उत्‍तर प्रदेश को यह गौरव आज के ही दिन यानी 1950 में प्राप्‍त हुआ। आज उत्‍तर प्रदेश की स्‍थापना के 70 वर्ष पूरे हुए हैं, जो प्रदेश के हर नागरिक के लिए गौरव की बात है। 70 वर्षों का अत्‍मंथन करने का अवसर हम सबके पास होना चाहिए। आज इस अवसर पर कुछ लोगों को सम्‍मानित भी किया गया है। कुछ विभूतियों को कल और परसों सम्‍मान दिया जाएगा। 

अतीत को भूला कर कोई समाज, कोई व्‍यक्ति, कोई राष्‍ट्र आगे नहीं बढ़ सकता 

सीएम ने कहा कि उत्‍तर प्रदेश को राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय लेवल तक पहुंचाने का काम करने वाले विभूतियों को सम्‍मानित कर उत्‍तर प्रदेश ने स्‍वयं को सम्‍मानित किया है। यह कार्यक्रम आज हम तीसरी बार मना रहे हैं। लेकिन 70 वर्ष हमारे पूर्ण हो गए यानी 66-68 वर्षों तक प्रदेश में किसी को फूर्सत नहीं थी कि वह अपने अतीत के बारे में जान सकें या सीख सकें या उसके गौरवशाली क्षणों से कुछ प्रेरणा प्राप्‍त कर सकें। हम सब जानते हैं कि अतीत को भूला कर कोई समाज, कोई व्‍यक्ति, कोई राष्‍ट्र आगे नहीं बढ़ सकता है। अतीत की गौरवशाली परंपराएं हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं और अतीत में गलतियों का परमार्चन कर के ही कोई समाज बिना रुके आगे बढ़ सकता है। 

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका उद्घाटन किया। इसके बाद पूरे शिल्प ग्राम का भ्रमण किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के खिलाडिय़ों को प्रदेश का सर्वोच्च सम्मान लक्ष्मण व रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। दोपहर डेढ़ बजे से मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव मेले में आए लोगों का मनोरंजन करेंगे। इसके बाद शाम को अवधि गायिका वंदना मिश्र अपनी गायकी से समां बांधेंगी। बता दें,  यूपी दिवस कार्यक्रम में इस बार भी प्रदर्शनी, रंगारंग कार्यक्रम और सरकार की योजनाओं का लोकार्पण शामिल किया गया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 मंडल मुख्यालयों में अटल आवासीय विद्यालयों की नींव रखेंगे। इन विद्यालयों में श्रमिकों के बच्चों और निराश्रित बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। वर्ष 2017 में पहले स्थापना दिवस पर योगी आदित्यनाथ ने ओडीओपी की घोषणा की थी, जबकि दूसरे स्थापना दिवस पर 2018 में विश्वकर्मा श्रम सम्मान शुरू किया गया था। अब तीसरे स्थापना दिवस पर सरकार अटल आवासीय विद्यालय की सौगात देने जा रही है। समारोह में मुख्यमंत्री जिलों से संबंधित योजनाओं का डिजिटल लोकार्पण करेंगे, वहीं बलरामपुर मेडिकल कॉलेज, एसजीपीजीआई और बलरामपुर ट्राइबल म्यूजियम का भी शिलान्यास करेंगे। खादी बोर्ड से संबंधित एमओयू भी किया जाएगा।

समारोह के तीन दिनों में जहां लोक कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रदेश के विभिन्न हिस्सों की झलक दिखाएंगी, वहीं राज्य सरकार की ओर से एमएसएमई और एक जिला-एक उत्पाद योजना में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले उद्यमियों और खेल प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाएगा। समारोह के दूसरे दिन 25 जनवरी को विभिन्न कार्यक्रम होंगे। 26 जनवरी को प्रदेश के कलाकार सांस्कृतिक व लोक कला के कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। उत्तर प्रदेश 24 जनवरी, 1950 को राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था। राम नाईक जब राज्यपाल बने तो उन्होंने यूपी दिवस मनाने का प्रस्ताव दिया। इस बार इसका तीसरा आयोजन है। 

यूपी दिवस कार्यक्रम में इस बार भी प्रदर्शनी, रंगारंग कार्यक्रम और सरकार की योजनाओं का लोकार्पण शामिल किया गया। इन प्रदर्शनियों में से एक खास प्रदर्शनी अवध शिल्प ग्राम में भगवान राम और कृष्ण से जुड़ी लगने वाली है। भगवान राम ने अपने जीवनकाल में किन-किन देशों की यात्रा की और उसका क्या उद्देश्य था। यह सब इस खास प्रदर्शनी में देखा जा सकेगा। इन सबके साथ भगवान कृष्ण और महाभारत से जुड़ी प्रदर्शनी भी लगाई गई है, इसे ललित कला अकादमी ने लगाया है।

पर्यटन महानिदेशक जितेंद्र कुमार ने बताया कि भगवान राम की विश्व यात्रा की प्रदर्शनी पहली बार यूपी दिवस में लगाई जा रही है। इनको बड़ी मेहनत से तैयार किया गया है और नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति के बारे में बताने की कोशिश की गई है। आयोजन के दूसरे दिन यानी 25 जनवरी महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को समर्पित रहेगा। इस दिन अलग-अलग विभागों की योजनाओं का लोकार्पण होगा। शाम को साढ़े पांच से साढ़े छह बजे तक पंडित रविशंकर म्यूजिकल फाउंडेशन का कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। 26 की शाम को कार्यक्रम का समापन हो जायेगा।

समापन समारोह को राज्यपाल व मुख्यमंत्री संबोधित करेंगे। इस दौरान गणतंत्र दिवस पर प्रदेश के इतिहास पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। साथ ही राम की विश्व यात्रा तथा कृष्ण व महाभारत पर आधारित लघु चित्रकला प्रदर्शनी लगाई जाएगी। राजकीय अभिलेखों का प्रकाशन कर सभी माध्यमिक स्कूलों में वितरित किया जाएगा। खादी ग्रामोद्योग विभाग ओडीओपी की प्रदर्शनी व सेमिनार लगाएगा। स्वास्थ्य विभाग तीन दिन तक स्वास्थ्य मेले का आयोजन करेगा, जिसमें आयुष्मान कार्ड वितरित होगा। महिला कल्याण विभाग कन्या सुमंगला योजना से जुड़े आयोजन करेगा।

झलकेगी पौराणिक संस्कृति

अवध शिल्पग्राम में प्रदेश की पौराणिक संस्कृति की झलक भी दिखेगी। समारोह में रामायण, महाभारत, कुंभ, दीपोत्सव और कृष्ण जन्मोत्सव के अलावा भी बहुत कुछ होगा। जौनपुर के फौजदार सिंह आल्हा तो लखनऊ के अजीत पांडेय भोजपुरी सुनाएंगे, जबकि ऊषा गुप्ता की कजरी और वंदना मिश्रा के अवधी गायन के साथ शबद, कीर्तन और गुरुवाणी को भी स्वर मिलेगा। जीवनराम का धोबिया और बांदा के रमेश पाल का पाई-डंडा नृत्य भी लोगों को आकर्षित करेगा।

यूपी के 14 होनहारों को मिलेगा प्रदेश का सर्वोच्च खेल सम्मान

एशियाई खेल के स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज सौरभ चौधरी, स्टार जैवलिन थ्रोअर शिवपाल सिंह और लम्बी दूरी की धाविका पारुल चौधरी समेत राज्य के नौ पुरुष खिलाडिय़ों को राज्य के सर्वोच्च खेल सम्मान लक्ष्मण पुरस्कार और पांच महिलाओं को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला किया गया है। सम्मानित होने वालों में राजधानी के उभरते सितारों का बोलबाला है। शहर से राहुल दुबे और श्रेयांश को लक्ष्मण, जबकि मरियम खान व शिवा सिंह को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इन खिलाडिय़ों को शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर अवध शिल्पग्राम में सम्मानित करेंगे। इस मौके पर खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज,  राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेंद्र तिवारी भी मौजूद रहेंगे। यह पुरस्कार खिलाडिय़ों को उनकी वर्ष 2018-19 की उपलब्धियों को देखते हुए दिए जा रहे हैं। लक्ष्मण पुरस्कार से नवाजे जाने वाले खिलाडिय़ों में जकार्ता एशियाई खेल के निशानेबाज मेरठ के सौरभ चौधरी, जैवलिन थ्रोअर चंदौली के शिवपाल सिंह, अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी कानपुर के अभिषेक यादव, जूनियर भारतीय हॉकी टीम के कप्तान रहे गोरखपुर के दिवाकर राम, मेरठ के तीरंदाज चमन सिंह, लखनऊ के हैैंडबाल खिलाड़ी राहुल दुबे, सॉफ्ट टेनिस खिलाड़ी लखनऊ के श्रेयांश कुमार शामिल हैं। इनके अलावा अंतरराष्ट्रीय पहलवान बागपत के राजीव तोमर और हापुड़ के निशानेबाज सतेंद्र कुमार को वेटरन वर्ग में लक्ष्मण पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से मेरठ की पारुल चौधरी, कानपुर की निशानेबाज अमृता पांडेय, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और भारतीय महिला हैैंडबॉल टीम की कप्तान लखनऊ की शिवा सिंह और लखनऊ की ही सॉफ्ट टेनिस खिलाड़ी मरियम खान को नवाजा जाएगा। वेटरन वर्ग में पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी बरेली की रजनी जोशी दीक्षित को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

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