अपने पिता के खून की रची थी साजिश, घर का इकलौता बेटा निकला पिता का हत्यारा

गोरखपुर में दवा कारोबारी सईद अहमद की हत्या का खुलासा हो गया। पुलिस बीते 20 दिन से आरोपी को पकड़ने की कोशिश कर रही थी लेकिन उसके हाथ बस नाकामी लग रही थी। जिस हत्यारे को पुलिस घर के बाहर खोज रही थी वह घर का इकलौता बेटा निकला। इसे अपने पिता खून कर ऐसी साजिश रची की पुलिस भी हैरान रह गई। आगे पढ़ें क्या था पूरा मामला…

हत्या के आरोप में कोतवाली पुलिस ने रविवार को उनके बेटे अनस को बक्शीपुर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। नखास चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार सिंह की तहरीर पर अनस के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया। पुलिस के मुताबिक परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर दवा कारोबारी के बेटे को गिरफ्तार किया गया। जल्द ही उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
दवा कारोबारी की हत्या संपत्ति विवाद में हुई है। पूछताछ में कुछ और आरोपितों के नाम सामने आ सकते हैं। पुलिस के मुताबिक अनस पर ज्यादा कर्ज था। वह कुछ प्रापर्टी बेचकर कर्ज उतारना चाहता था लेकिन सईद विरोध कर रहे थे। इसी वजह से सईद की गोली मारकर हत्या की गई और उसे आत्महत्या का रूप दिया गया। शुरू में पुलिस भी आत्महत्या के झांसे में आ गई थी। मीडिया ने जब सवाल उठाया, तब वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की फटकार के बाद अधीनस्थों की आंखें खुलीं और जांच सही दिशा में आगे बढ़ी। अब नतीजा सामने है।
कोतवाली क्षेत्र के इस्माइलपुर निवासी दवा कारोबारी सईद अहमद का शव 13 फरवरी की रात में उनके बाथरूम में मिला था। शरीर में तीन गोलियां मारी गई थीं। दो सीने में तथा एक सिर में। सईद के इकलौते बेटे अनस ने पिता के खुदकुशी की सूचना पुलिस को दी थी और कारण डिप्रेशन बताया था। स्थानीय पुलिस को छोड़कर तीन गोली मारकर खुदकुशी करने की बात किसी के गले नहीं उतर रही थी। यहां तक की डीआईजी और अन्य कई पुलिसकर्मी भी इसे हत्या बता रहे थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सईद की हत्या के तरफ ही इशारा कर रही थी। कोई भी एक्सपर्ट यह मानने को तैयार नहीं था कि यह खुदकुशी का मामला है।
पुलिस को हैंडवॉश रिपोर्ट का इंतजार था। शुक्रवार रात में हैंडवॉश रिपोर्ट आ गई। इससे स्पष्ट हो गया था कि सईद ने खुदकुशी नहीं की थी। गोली किसी और ने मारी थी। दवा कारोबारी के बेटे ने पुलिस को आत्महत्या की झूठी सूचना दी थी। इससे पुलिस का शक गहरा गया। हैंडवॉश रिपोर्ट आई तो अनस गोरखपुर से भाग निकला। मोबाइल फोन सर्विलांस पर लिया गया तो पता चला कि वह मुरादाबाद में है। पुलिस ने परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। इस बीच सूचना मिली कि अनस गोरखपुर आ गया है। पुलिस ने छापा मारा और उसे बक्शीपुर से गिरफ्तार कर लिया। देर शाम कोर्ट में उसे पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।