कायस्थ समाज अपनी ताकत पहचानें, सरकार साथ है : योगी
उत्तर प्रदेश की सियासी शतरंज में इस बार हर छोटी बड़ी जातियों को साधने, समाज को जोड़ने की भरपूर कोशिश के लिए पांसा फेंका जा रहा है। रविवार को प्रयागराज आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कायस्थों को अपने साथ जोड़ने, लुभाने और सरकार के साथ चलने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कायस्थ समाज के महापुरुषों की गाथा, उनकी परंपरा, लंबी श्रृंखला का गुणगान करते हुए झकझोरा। कहा, इस प्रबुद्ध समाज को अपनी ताकत पहचाननी होगी। सरकार आपके साथ है। अपनी परंपराओं को नए कलेवर में लाएं, प्रदेश सरकार भी कायस्थों के इतिहास को संजोने का काम करेगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा, कायस्थ पाठशाला अपने महापुरुषों की सूची बनाए, उन्हें पट्टियों पर अंकित करे। इस संस्था को आगे बढ़ाने, नए रूप में लाने को हम तैयार हैं।
कायस्थ पाठशाला प्रयाग अपना 150वां स्थापना दिवस मना रहा है। स्वर्णिम 150वें वर्ष के शुभारंभ समारोह का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वामी विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस, लाल बहादुर शास्त्री, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, हरिवंश राय बच्चन, जय प्रकाश नारायण से लेकर फिराख गोरखपुरी तक की गाथा का गुणगान किया। कहा, विश्व पटल पर गर्व से कहो, हम हिन्दू हैं को स्वामी विवेकानंद ने पहुंचाया। तब हिन्दू कहलाने में झिझक होती थी। स्वामीजी की घोषणा के बाद हर हिन्दू गर्व महसूस करने लगा। मुख्यमंत्री ने कोई घोषणा तो नहीं की लेकिन बार-बार कायस्थ समाज को आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार उनके साथ खड़ी है। आप बताइये कि इस संस्था के विकास में क्या किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शास्त्रीजी के कामों को याद करें, साफ होता है कि यह समाज किसी का पिछलग्गू नहीं रहा। सीएम ने कहा कि हमें मिलकर इस धरोहर को संजोना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1972 में इस संस्था के सौ साल पूरे हुए और इसी वर्ष मेरा जन्म हुआ। सोचिए मेरे पैदा होने पर सौ साल संस्था गुजार चुकी। इसी से पता चलता है कि इसकी अहमियत क्या है।