गुजरात विधानसभा की 93 सीटों पर दूसरे चरण का होगा मतदान, भाजपा को मिलेगी कड़ी टक्कर..

गुजरात विधानसभा की 93 सीटों पर दूसरे चरण का मतदान सोमवार को होगा। इनमें अहमदाबाद की 16 विधानसभा सीटें भी शामिल हैं, जहां सोमवार को गुजरात चुनाव के दूसरे चरण में मतदान होना है। अहमदाबाद की 16 विधानसभा सीटें भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।

अहमदाबाद की सभी 16 सीटों पर लड़ाई हुई दिलचस्प

दरअसल, भाजपा ने 1990 के बाद से यहां की ज्यादातर सीटों पर बढ़त हासिल की है। जबकि कांग्रेस ने 2012 में दो विधानसभा सीटों, जबकि 2017 के चुनाव में चार सीटों पर अपना प्रदर्शन सुधारा था। हालांकि, इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) के गुजरात चुनाव में उतरने से यहां लड़ाई और दिलचस्प हो गई है। AAP ने अहमदाबाद की सभी 16 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। इसके अलावा ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चार सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषक

वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का दावा है कि भाजपा के पास वर्तमान में 16 में से 12 सीटें हैं। इस बार भी भाजपा अधिकांश सीटों पर जीत हासिल करेगी और AAP का इन सीटों पर ज्यादा प्रभाव नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि कुछ सीटों पर AIMIM, कांग्रेस के वोटों में सेंध लगा सकती है।

पीएम मोदी के रोड शो का BJP को मिल सकता है फायदा

बता दें कि दूसरे चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा के प्रभाव वाले इलाके में रोड शो भी किए हैं। जिसका फायदा भाजपा को मिल सकता है। पीएम मोदी ने 1 दिसंबर को शहर में 30 किलोमीटर लंबे रोड शो का नेतृत्व किया। उनका जुलूस अहमदाबाद के 13 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरा। इसके अलावा 2 दिसंबर को उन्होंने अहमदाबाद हवाई अड्डे से सरसपुर क्षेत्र तक 10 किलोमीटर के रोड शो का नेतृत्व किया था।

भाजपा के लिए अहम हैं ये दो सीटें

अहमदाबाद की 16 विधानसभा सीटों में से दो सीटें प्रमुख हैं। मणिनगर सीट से मोदी ने 2002 से 2014 तक तीन बार चुनाव लड़ा था और पाटीदार समुदाय के प्रभुत्व वाले घाटलोडिया सीट से गुजरात के दो मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और आनंदीबेन पटेल चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, 2015 में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के बावजूद 2017 में भूपेंद्र पटेल 1.17 लाख वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज कर चुके हैं।

किस सीट पर किसका है प्रभाव

बता दें कि मणिनगर विधानसभा सीट शहर की सबसे हाई प्रोफाइल सीट है, जिस भाजपा का गढ़ कहा जा सकता है। जबकि जमालपुर-खड़िया और दरियापुर सीटों पर मुसलमानों का प्रभाव ज्यादा है। इसके अलावा कम से कम छह अन्य सीटों घाटलोडिया, ठक्करबापा नगर, साबरमती, मणिनगर, निकोल और नरोदा में पाटीदार समुदाय के मतदाताओं की एक बड़ी संख्या है। साथ ही वेजलपुर और दानिलिमदा (एससी) सीटों पर भी मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है। ऐसे में इस बार अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली AAP ने शहर की सभी 16 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

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