जाने 8 अगस्त को पड़ने वाली हरियाली अमावस्या के बारे में…
सावन का महीना हिन्दू धर्म के अनुसार बहुत खास होता है और इस माह पड़ने वाला हर त्योहार अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण होता है। एक ऐसा ही खास व्रत 8 अगस्त 2021 दिन रविवार को दस्तक देने जा रहा है। इस खास दिन को “हरियाली अमावस्या” के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह व्रत पति-पत्नी के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस व्रत को पूरा करने से दोनों के बीच में रिश्ते और अधिक मजबूत होते हैं। इस खास दिन पति-पत्नी अगर साथ में शिव पार्वती जी की पूजा करें तो इससे उनके जीवन में कई लाभ होंगे। चलिए 8 अगस्त दिन रविवार को पड़ने वाली हरियाली अमावस्या के बारे में विस्तार से जानते हैं।
हरियाली अमावस्या की पूजा विधि
अगर आप भी इस दिन व्रत रखकर शुभ फल की प्राप्ति करना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आप पूजा विधि के अनुसार ही इस व्रत को पूरा करें। इसके लिए हरियाली अमावस्या के दिन पति-पत्नी साथ में भगवान शिव और देवी पार्वती जी की पूजा करें। पूजा करने के लिए आप सबसे पहले शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक करें। अब उस पर सफेद फूल अर्पित करें। माता पार्वती जी को श्रृंगार चढ़ाएं। दीप प्रज्वलित करें। उन्हें भोग लगाएं, पूजा के दौरान ‘ऊॅं उमामहेश्वराय नमः मंत्र का जाप करें। इस पूजा का प्रसाद पति-पत्नी ग्रहण करें और परिवार के सदस्यों में भी इसे बांटे। अगर आप यह पूजा करते हैं तो आपका वैवाहिक जीवन खुशहाल व समृध्द हो जाएगा।
हरियाली अमावस्या के दिन ये काम अवश्य करें
अगर आप चाहते हैं कि आपकी पूजा फलदायी रहे तो इस दिन आप एक पौधा जरूर लगाएं। सावन के महीने में पौधा लगाना बहुत शुभ होता है। इस दिन आप अपने घर में या फिर मंदिर में या किसी सार्वजनिक स्थान पर पौधरोपण कर सकते हैं लेकिन पौधा लगाने के साथ इस बात का भी ध्यान रखें कि इस पौधे को लगा देने मात्र से आपके कार्य खत्म नहीं होते बल्कि जब तक वह पौधा बढ़ न जाए तब तक उसकी देख भाल आपको ही करना है।
पितरों के लिए करें तर्पण
यह अमावस्या पितरों के लिए भी खास मानी गई है। इस अमावस्या पर अपने पूर्वजों के लिए तर्पण करें। इसके लिए सबसे पहले तो सुबह घर पर ही गंगाजल मिले पानी से से स्नान कर लें और मन में सभी तीर्थ को नमन करें। इसके बाद पितरों का श्राध्द और तर्पण करें। सावन की इस अमावस्या पर दान करने का भी बहुत लाभ मिलता है इसलिए इस दिन दान करना न भूलें।