जीवन में यश और वैभव की चाह रखने वालों को भूल से भी नहीं करने चाहिए ये काम
किसी भी इंसान के लिए जिंदगी को जीना कोई कठिन बात नहीं है लेकिन इंसान के जीवन जीने के कई तरीको के बारे में हिन्दू धर्म ग्रंथो में बताया गया है। इन धर्म ग्रंथो में कुछ ऐसे लोगो के बारे में बताया गया है। जिन्हे कभी भूलकर भी पैर नहीं लगाना चाहिए, इन्हे पैर लगाने से व्यक्ति पाप का भागी बन जाता है। ऐसे में आज हम आपको उन लोगो के बारे में बताने जा रहे है, जिन्हे भूलकर भी पैर नहीं लगाना चाहिए।
ब्राह्मण – शास्त्रों में ब्राह्मण को ऊँचा स्थान प्रदान किया गया है। कभी भी ब्राह्मणो का निरादर नहीं करना चाहिए, इनका हमेशा सम्मान करना चाहिए। शास्त्रों में बताया गया है की यदि कोई व्यक्ति ब्राह्मणो का अपमान करता है, उसे पाप का भागी बनना पड़ता है। ऐसा भी बताया गया है कि ब्राह्मण को कभी पैर से स्पर्श नहीं करना चाहिए ।
गुरु – एक व्यक्ति के जीवन में गुरु ही होता है, जो उसे सफलता की सीढ़ी पर चढ़ाता है। यदि गुरु न हो तो व्यक्ति के जीवन का कोई महत्व नहीं है। हर मनसष्य को अपने गुरु का मान सम्मान करना चाहिए, तभी उसे पुण्य प्राप्त होता है। परन्तु गुरु का अपमान करना, तिरस्कार करना, पैर लगाना मनुष्य को घोर पाप का भागी बना देता है।
कन्या – शास्त्रों में कन्याओ को देवी का रूप बताया गया है। इन्हे साक्षात् माँ लक्ष्मी की उपाधि प्रदान की गयी है। इसीलिए कभी भूलकर भी कन्या को पैर ना लगाए। कन्या को पैर से स्पर्श करने से मनुष्य के जीवन का कठिन दौर आरम्भ हो जाता है।
माता पिता और बुजुर्ग – माता पिता का स्थान व्यक्ति के जीवन में सबसे ऊपर होता है। माता पिता ही मनुष्य के जन्म का कारण होते है। एक मनुष्य को अपने जीवन में अपने माता पिता का कभी अपमान नहीं करना चाहिए। माता पिता को भगवान का दर्जा दिया गया है। इसके साथ ही किसी भी बड़े बुजुर्ग का भूलकर भी तिरस्कार ना करे।