बूस्ट अप करें स्टेमिना
नई दिल्ली। आपने अपने आसपास ऐसे कई लोगों को देखा होगा, जिनकी महज कुछ सीढि़यां चढ़ने के बाद ही सांसे फूलने लग जाती हैं या फिर उन्हें अपनी डेली एक्टविटीज को पूरा करने के लिए भी परेशानी होती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि उनके अंदर उतना स्टेमिना नहीं होता।
जिसके कारण छोटा सा फिजिकल कार्य करने के बाद उन्हें बहुत अधिक थकान महसूस होती हैं। हालांकि यह कोई बेहद गंभीर समस्या नहीं है। अगर आप चाहें तो कुछ छोटे−छोटे टिप्स की मदद से अपने स्टेमिना को नेचुरली बूस्टअप कर सकते हैं।
तो चलिए जानते हैं इन तरीकों के बारें में− ब्रेकफास्ट दिन का सबसे महत्वपूर्ण मील होता है, इसे भूल से भी स्किप ना करें। यह ना सिर्फ आपके बॉडी मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है, बल्कि आपको एनर्जी देता है और स्टेमिना भी बढ़ाता है। आप ब्रेकफास्ट में ओट्स, अंडे व होल व्हीट ब्रेड को शामिल करें।
हर वक्त थकान महसूस होने का एक मुख्य कारण शरीर का डिहाइड्रेट होना भी होता है। इसलिए खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए पानी के अलावा नियमित रूप से चुकंदर का जूस भी पीएं। दरअसल, इसमें नाइट्रेट्स होता है, जो आपके स्टेमिना को बढ़ाने का काम करता है। इसके अलावा आप दिन की शुरूआत में गुनगुना पानी पीएं।
यह आपके मेटाबॉलिज्म को बूस्टअप करके डाइजेशन को भी बेहतर बनाता है। अगर आप नेचुरल तरीके से अपना स्टेमिना बूस्ट अप करना चाहते हैं तो आपको मैग्नीशियम को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। मैग्नीशियम ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है, जिससे आपको तुरंत एनर्जी मिलती है।
पत्तेदार सब्जी, नट, बीज, मछली, सोयाबीन, एवोकैडो, केला और डार्क चॉकलेट मैग्नीशियम के कुछ अच्छे स्रोत हैं। आप इन्हें अपनी डाइट में जगह दे सकते हैं। मैग्नीशियम के साथ−साथ कार्ब्स को भी डाइट में शामिल करना बेहद जरूरी है। कार्ब्स आपके शरीर को स्टार्च और शुगर प्रदान करते हैं। जो बाद में एनर्जी में बदलकर स्टेमिना बढ़ाते हैं।
खासतौर से कॉम्पलैक्स कार्ब्स आपको पूरा दिन फुल रखते हैं और एनर्जी भी देते हैं।शरीर का स्टेमिना बढ़ाने के लिए खाने के साथ−साथ आपको जिस चीज का सबसे ज्यादा ध्यान रखना जरूरी है, वह है एक्सरसाइज। आपको नियमित रूप से कुछ देर व्यायाम जरूर करना चाहिए।
व्यायाम बॉडी रेसिसटेंस को बढ़ाता है और आपको हरदम थके रहने की समस्या से निजात दिलाकर फिट बनाता है। अगर आपने अभी−अभी व्यायाम शुरू किया है तो आप इंटेंस वर्कआउट करने की जगह शुरूआत हल्के व्यायाम से करें।