लाबुशेन ने ब्रिसबेन टेस्ट से पहले दी टीम इंडिया को चेतावनी
नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावस्कर सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया, जो सोमवार को ड्रॉ पर खत्म हुआ। इस ड्रॉ के साथ सीरीज अभी 1-1 की बराबरी पर है और दोनों टीमों के बीच निर्णायक मैच ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर 15 जनवरी से खेला जाना है। ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन का मानना है कि भारत ने सिडनी टेस्ट के चौथे और पांचवें दिन जिस तरह टिककर बल्लेबाजी की उस स्थिति में उनके खिलाड़ी अधिक कुछ नहीं बदल सकते थे, लेकिन ब्रिसबेन टेस्ट जीतने को लेकर हम प्रतिबद्ध हैं।
भारतीय बल्लेबाजों ने 407 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार बल्लेबाजी की बदौलत सिडनी टेस्ट ड्रॉ कराया। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 91 और 73 रन की पारियां खेलने वाले लाबुशेन ने कहा, ‘हमने ड्रॉ टेस्ट मैच खेला लेकिन यह टेस्ट सीरीज है और हम यहां जीतने के लिए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘इस मैच का नतीजा चाहे कुछ भी रहे, अगर हम जीत दर्ज करते या यह ड्रॉ था, हमें गाबा में जाना है और जीतना है। इसलिए हमारे लिए कुछ नहीं बदला है, यह बस अपना फोकस बदलने का मामला है और सुनिश्चित करना है कि गाबा में हम उन्हें हराएं।’
हनुमा विहारी (161 गेंद में नाबाद 23) और रविचंद्रन अश्विन (128 गेंद में नाबाद 39) ने पांचवें दिन पूरे तीसरे सेशन में बल्लेबाजी की जबकि ऋषभ पंत (118 गेंद में 97 रन) और चेतेश्वर पुजारा (205 गेंद में 77 रन) ने 148 रन जोड़े जिससे भारत ने 131 ओवर में पांच विकेट पर 334 रन बनाए। लाबुशेन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को पांचवें दिन की पिच से थोड़ी अधिक मदद की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने क्रीज पर डटे रहकर मैच ड्रॉ कराने का श्रेय भारतीय बल्लेबाजों को दिया। उन्होंने कहा, ‘सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पांचवें दिन की पिच पर आम तौर पर अधिक टूट-फूट होती है, थोड़ा अधिक असमान उछाल होता है, लेकिन अगर कोई टीम 131 ओवर खेल जाए तो उन्हें क्रेडिट जाता है।’ लाबुशेन ने कहा, ‘उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की, वे डटे रहे और मुझे लगता है कि इसमें हम अधिक कुछ नहीं बदल सकते थे।’