अन्तर्राष्ट्रीय प्रोस्थेटिक्स एवं आर्थाेटिक्स दिवस का हुआ समापन
लखनऊ: 06 नवम्बर, 2023
अन्तर्राष्ट्रीय प्रोस्थेटिक्स एवं आर्थाेटिक्स दिवस का समापन कार्यक्रम का आयोजन कृत्रिम अंग एवं पुनर्वास केन्द्र स्थित सभागार में हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रो0 राणा कृष्ण पाल सिंह, माननीय कुलपति, डा0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की अध्यक्षता में तथा श्री संजय सिंह, वित्त अधिकारी, डॉ0 अमित कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक, प्रो0 वी0 के0 सिंह, अधिष्ठाता, कला संकाय, प्रो0 नागेन्द्र यादव, अधिष्ठाता, वाणिज्य एवं प्रबंधशास्त्र, प्रो0 पी0 राजीवनयन, अधिष्ठाता, ललित कला एवं प्रो0 आर0आर0 सिंह, अधिष्ठाता, विशेष शिक्षा संकाय, डा0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की गरीमामय उपस्थिति में दीप प्रज्जवलन करते हुए किया गया। इसके साथ ही विभाग में कार्यरत् शिक्षकवृन्दों एवं केन्द्र में आये लाभार्थियों द्वारा पुष्प/स्मृति-चिन्ह् देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मा0 कुलपति प्रो0 राणा कृष्ण पाल सिंह ने द्वितीय अन्तराष्ट्रीय प्रोस्थेटिक्स व आर्थाेटिक्स दिवस की बधाई देते हुए कहा कृृत्रिम अंग व पुनर्वास केन्द्र द्वारा दिव्यांगता पुनर्वास एवं प्रोस्थेटिक्स व आर्थाेटिक्स की जागरूकता हेतु मासिक व साप्ताहिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जोकि सराहनीय है। जिसके अन्तर्गत राजधानी के प्रमुख 07 इण्टर कालेज व ग्राम फतेहगंज में सामुदायिक जागरूकता कृत्रिम अंग व प्रत्यंग पुनर्वास की महत्वा के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही विद्यार्थियों को प्रोस्थेटिक्स व आर्थाेटिक्स के क्षेत्र में स्नातक व परास्नातक पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गयी एवं केन्द्र द्वारा किये जा रहे कार्यों/प्रयासों हेतु हम निरन्तर जागरूकता कार्यक्रम हेतु प्रयासरत् रहेंगे।
जागरूकता कार्यक्रम में लगभग 1029 विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए दिव्यांगता के प्रारम्भिक लक्षणों की पहचान हेतु शारीरिक विकृति जैसे (पैरों एवं रीढ़ की जांच) का भी परीक्षण किया गया। जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में अध्ययनरत छात्र भी केन्द्र मे आयोजित कार्यक्रम मे सम्मिलित हुए। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय कृृत्रिम अंग व पुनर्वास केन्द्र के द्वारा डिबेट (तर्क-वितर्क), प्रश्नोत्तरी, व्हीलचेयर व व्हीलचेयर एवं ट्राईसाईकल रेस जैसी प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के 291 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। विजेता प्रतिभागियों को मा0 कुलपति महोदय द्वारा सम्मानित कर प्रमाण-पत्र वितरित किये गये एवं केन्द्र में आये लाभार्थियों को स्मृति-चिन्ह् देकर सम्मानित किया।
इसी क्रम में केन्द्र द्वारा दिनांक 05.11.2023 को जागरूकता रैली का भी आयोजन किया गया। रैली विश्वविद्यालय परिसर से बुद्धेश्वर चौराहा तक आयोजित की गई। जिसका मुख्य उद्देश्य समाज को दिव्यांगता के प्रारम्भिक लक्षणो की पहचान व दिव्यांगजनों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु जागरूक करना था। विद्यार्थियों के तकनीकी उन्नयन हेतु प्रारम्भिक पहचान व प्रारम्भिक हस्तक्षेप पर राष्ट्रीय स्तर पर संगोष्ठी (वेबिनार) का आयोजन किया गया, जिसमें 350 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया शामिल रहे।
उक्त के साथ-साथ च्तवेजीमजपबे – व्तजीवजपबेए म्ंतसल प्कमदजपपिबंजपवद ंदक प्दजमतअमदजपवद विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार की शुरूआत प्रो0 (डॉ0) आर0 आर0 सिंह, अधिष्ठाता विशेष शिक्षा संकाय के स्वागत ज्ञापन के साथ हुई, जिसमें डॉ0 ए0 जी0 इन्दलकर, विभागाध्यक्ष (रि0), अखिल भारतीय भौतिक चिकित्सा एवं पुनर्वास संस्थान द्वारा मुख्य वक्ता के रूप में प्रतिभाग किया गया। इस संगोष्ठी में देश के विभिन्न राज्यों से कुल 350 प्रतिभागियों को उपरोक्त विषय पर जानकारी दी गयी। यह कार्यक्रम डा रणजीत कुमार, कार्यशाला प्रबन्धक के संयोजकत्व में संपन्न हुआ।