आज नवरात्रि के छठे दिन में जरूर पढ़े मां कात्यायनी की यह आरती और मंत्र
आज नवरात्रि का छठा दिन है। कहते हैं नवरात्रि नौ दिनों का पर्व होता है और इस पर्व के छठे दिन मां दुर्गा के स्वरूप माता कात्यायनी की पूजा की जाती है। कहा जाता है मां कात्यायनी की पूजा करने से शादी में आ रहीं सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं और भगवान बृहस्पति प्रसन्न होकर विवाह का योग बना देते हैं। कहते हैं अगर सच्चे मन से मां की पूजा की जाए तो वैवाहिक जीवन में सुख-शांति भी बनी रहती है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं मां कात्यायनी का पसंदीदा रंग और भोग। इसी के साथ उनकी आरती और मंत्र।
मां कात्यायनी का पसंदीदा रंग और भोग- कहते हैं मां कात्यायनी का पसंदीदा रंग लाल है। वहीं उन्हें शहद का भोग लगाते हैं।
मां कात्यायनी की आरती-
जय-जय अम्बे जय कात्यायनी
जय जगमाता जग की महारानी
बैजनाथ स्थान तुम्हारा
वहा वरदाती नाम पुकारा
कई नाम है कई धाम है
यह स्थान भी तो सुखधाम है
हर मंदिर में ज्योत तुम्हारी
कही योगेश्वरी महिमा न्यारी
हर जगह उत्सव होते रहते
हर मंदिर में भगत हैं कहते
कत्यानी रक्षक काया की
ग्रंथि काटे मोह माया की
झूठे मोह से छुडाने वाली
अपना नाम जपाने वाली
बृहस्पतिवार को पूजा करिए
ध्यान कात्यायनी का धरिए
हर संकट को दूर करेगी
भंडारे भरपूर करेगी
जो भी मां को ‘चमन’ पुकारे
कात्यायनी सब कष्ट निवारे
मां कात्यायनी के मंत्र-
* या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
* ॐ कात्यायिनी देव्ये नमः
* कात्यायनी महामाये , महायोगिन्यधीश्वरी। नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।
* चंद्र हासोज्ज वलकरा शार्दूलवर वाहना। कात्यायनी शुभंदद्या देवी दानव घातिनि।।