आत्मविश्वास से लबरेज सीएम योगी आदित्यनाथ, बोले- कोरोना को हराया है, विधानसभा चुनाव भी जीतेंगे

लखनऊ कोरोना वायरस के संक्रमण के भीषण संकट के बीच तमाम आशंकाओं के बीच उत्तर प्रदेश की करीब 24 करोड़ आबादी की जिम्मेदारी लेने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपेक्षित परिणाम मिलने के बाद काफी आशान्वित भी हैं। जागरण संपादक मंडल से संवाद में बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा 2022 के चुनाव को लेकर आत्मविश्वास भी जताया है। उन्होंने दो टूक कहा कि हमने कोरोना को हराया है और अब चुनाव भी जीतेंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अब 2022 में विधानसभा चुनाव की बड़ी परीक्षा भी है। इन जटिल परिस्थितियों में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आशान्वित हैं, चाहें कोरोना का संकट हो या विधानसभा चुनाव। इस आत्मविश्वास के पीछे मजबूत रणनीति का आधार है। इस बीच वह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय जाकर न सिर्फ धारणाओं को तोड़ते हैं, बल्कि वहां से भावनात्मक रिश्ते जोडऩे की पहल भी करते हैं और इसी आत्मविश्वास पर दावा भी करते हैं- ‘जैसे कोरोना को हराया है, वैसे ही अगला चुनाव भी जीतकर प्रदेश में फिर भाजपा की सरकार बनाएंगे।’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री योगी ने बुधवार को जागरण संपादक मंडल के साथ वर्चुअल चर्चा में तमाम विषयों पर विस्तृत बात की और गंगा में शव उतराने को लेकर की जा रही सियासत और बनाई जा रही भयावह तस्वीर के बीच जागरण की तथ्यपरक पत्रकारिता की जमकर सराहना करते हुए इसे राष्ट्रधर्म बताया। उन्होंने साफ कहा कि तमाम लोग जहां अफवाहें फैलाने, माहौल खराब करने में जुटे रहे, वहीं जागरण संस्कृति और राष्ट्रधर्म के साथ खड़ा रहा। गंगा नदी की पुरानी और वर्तमान तस्वीरों को प्रकाशित कर जनता के बीच फैले भ्रम को भी तोड़ा।

सैफई का दौरा योगी आदित्यनाथ की महीन राजनीति

मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के एकछत्र गढ़ सैफई का दौरा योगी आदित्यनाथ की महीन रणनीति समझाता है। पूरे सूबे को भेदभाव रहित राजनीति का संदेश और सपा मुखिया के आंगन में ही उनकी निष्क्रियता पर तंज कसा कि आपने जिन्हेंं चुना, वह तो होम आइसोलेशन में हैं। उन्हें फुर्सत न हो, लेकिन बिना किसी भेदभाव के हम इस संकट में आपके साथ खड़े हैं।

देश के संसाधनों से बना है एएमयू

पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का दौरा किया था। खास वजह पूछे जाने पर कहते हैं कि यह विश्वविद्यालय भी देश के संसाधनों से बना है। मंैं वहां जाने से क्यों वंचित रहूं। वहां जाना मेरी नैतिक जिम्मेदारी थी। हम तो प्रदेश में किसी एक जगह को अलग टापू बना नहीं रहने दे सकते।

कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने की रणनीति साझा करने के साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार की तैयारी पूरी है। वहीं, विधानसभा की चुनावी तैयारी के विषय पर बोले कि सरकार और संगठन मिलकर सेवा कार्य कर रहे हैं। पंचायत चुनाव को जनाधार का पैमाना न मानते हुए उदाहरण दिया कि 2016 के पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अपने लोगों को जितवा दिया, लेकिन 2017 में क्या परिणाम रहा, यह सब जानते हैं।

भ्रम फैलाने के अलावा कुछ न कर सका विपक्ष

किसी दल का नाम लिए बिना योगी आदित्यनाथ ने देश-प्रदेश को बदनाम करने, भ्रम फैलाने के आरोप लगाते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। दो टूक कहा कि भारत की संस्कृति को कठघरे में खड़ा करने का कुत्सित प्रयास उन लोगों ने किया, जिनका इस संस्कृति से कोई लेना-देना नहीं है। देश को बदनाम करने का प्रयास देशद्रोह है। विपक्ष के दुष्प्रचार से नाराज योगी ने कांग्रेस की ओर पैना तीर छोड़ा- ‘गांवों में संक्रमण की अफवाह वह फैला रहे हैं, जो लुटियंस जोन से बाहर नहीं निकलते और शाम छह बजे के बाद बात करने की स्थिति में नहीं रहते।

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