इस भक्त के आर्डर पर वृंदावन के बिहारी जी के लिए तैयार की गई फर्रुखाबादी जरदोेजी वाली पोशाक

अपने हुनर के सितारों से बालीवुड को चकाचौंध करने वाले फर्रुखाबाद के कारीगरों की कला अब भगवान बांके बिहारी जी की मनमोहक सुंदरता को भी चार चांद लगाने को तैयार है। यहां की कारीगरी का जलवा वृंदावन के बिहारी जी के वस्त्रों पर नजर आएगा। फर्रुखाबाद शहर के चीनीग्रान मोहल्ले में रहने वाले कारीगर ने दिल्ली के एक भक्त के आर्डर पर बिहारी जी के लिए खास पोशाक तैयार की है।

बाॅलीवुड में भी फर्रुखाबाद का डंका

फर्रुखाबाद की जरदोजी कारीगरी का डंका बालीवुड के साथ विदेशों में भी बज रहा है। शायद ही किसी दुल्हन को फर्रुखाबाद की जरदोजी कारीगरों का बनाया लहंगा और चुनरी पसंद न आए। यहां तैयार किया गया लहंगा ऐश्वर्या राय समेत बालीवुड की कई अदाकारा पहन चुकी हैं। इसके अलावा यहां बनने वाले जरदोजी कपड़े विदेश तक जाते हैं। विदेशियों के बीच यहां की जरदोजी का काम खासा पसंद किया जाता है। फिल्मों के अलावा टीवी सीरियल में भी यहां के बने लहंगे और सूट अभिनेत्रियां पहनकर अदाकारी करती हैं। आर्डर पर पोशाक तैयार करके कारीगर डिलीवर करते हैं।

 

बिहारी जी की खूबसूरती को चार चांद लगाएंगे जरदोजी वस्त्र

फर्रुखाबाद की जरदोजी कारीगरी का जलवा वृंदावन में भी दिखेगा, यहां बनी पोशाक अब बिहारी जी की सुंदरता को चार चांद लगाएगी। चीनीग्रान मोहल्ले में रहने वाले अतीक अहमद ‘पप्पू’ के कारखाने में दिल्ली के एक भक्त के आर्डर पर बिहारी जी के लिए खास पोशाकें तैयार की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि कारखाने वर्ष भर जरदोजी का काम होता रहता है, यहां पर कई बड़े गुरुद्वारा के लिए चादरें तैयार की जाती है। धार्मिक कार्य के लिए वस्त्रों को तैयार करने में कोई मुनाफा नहीं लिया जाता है, केवल लागत की रकम ली जाती है। ऊपर वाले का आशीर्वाद है कि अन्य वस्त्रों में अच्छा मुनाफा मिल जाता है।

 

11 हिस्सो में जरदोजी और 10-12 कारीगरों ने बनाई पोशाक

अतीक ने बताया कि बिहारी जी की पोशाक को तैयार करने में 45 मीटर से अधिक सिल्क का कपड़ा लगा है। इसे 11 हिस्सों में जरदोजी कारीगरी करने के बाद तैयार किया गया है। पोशाक को नक्सी, डबका, जरकन, सितारा, मोती, कटदाना, रेशम समेत जरदोजी में इस्तेमाल होने वाली सभी चीजों के जरिए आकर्षक बनाया गया है। काफी महीन काम होने के कारण एक पोशाक को तैयार करने में 10-12 कारीगर करीब एक महीने से मेहनत कर रहे हैं।

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