ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा फैसला

ईरान और इजरायल के बीच जारी संघर्ष के बीच ये खबर सामने आई है कि अमेरिका ने अपने B-2 बमवर्षक विमानों को गुआम द्वीप की ओर रवाना कर दिया है। अमेरिकी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से इसकी पुष्टि की है।

लेकिन अभी तक स्पष्ट नहीं है कि ये तैनाती मिडिल ईस्ट में जारी तनाव के संबंध में ही की जा रही है। दरअसल ट्रंप लंबे वक्त से इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि अमेरिका को ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष में हिस्सा लेना चाहिए या नहीं।

अंडरग्राउंड टारगेट तबाह करने की क्षमता
B-2 अमेरिका के वे एडवांस बॉम्बर विमान हैं, जो काफी गहराई में मौजूद अंडरग्राउंड टारगेट को भी नष्ट करने की क्षमता रखते हैं। ये विमान 30,000 पाउंड के GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर को ले जाने के लिए डिजाइन हैं।

विश्व के नक्शे पर गुआम की लोकेशन फिलीपींस के पास है। अगर इन विमानों को मि़डिल ईस्ट के लिए तैनात किया जाना है, तो इसे गुआम पहुंचने के बाद इन्हें डिएगो गार्सिया द्वीप पर भेजा जाएगा। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह विमान डिएगो गार्सिया जाएंगे।

बता दें कि पिछले महीने तक B-2 विमान डिएगो गार्सिया में ही तैनात थे। लेकिन बाद में उन्हें B-52 बॉम्बर से रिप्लेस कर दिया। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्हें यह तय करने में दो हफ्ते का समय लगेगा कि अमेरिका इजरायल के साथ ईरान के खिलाफ संघर्ष में शामिल हो या नहीं।

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