उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने तय की रणनीति
लखनऊ : विधान परिषद चुनावों में सफलता के झंड़े गाड़ने वाली भाजपा अब गांव की सरकार बनाने की तैयारियों तेज कर दी है। पंचायत चुनाव को लेकर पार्टी के दिग्गज अब जिलों में प्रवास कर जमीनी हकीकत को परखेंगे। शीर्ष नेतृत्व ने इसके लिए 5 जनवरी मंगलवार से 17 जनवरी तक भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का गोरखपुर क्षेत्र में मंथन के लिए प्रवास तय कर दिया है। मौजूदा सरकार के मार्च में 4 साल पूरे होने जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव के पूर्व त्री-स्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं जिसे लेकर भाजपा बेहद गंभीर है। भाजपा ने इस चुनाव में उतरने की घोषणा कर बाकी पार्टियों से बढ़त भी बनाई है। इसलिए गांव स्तर तक के कार्यकर्ताओं में सक्रियता बढ़ गई है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि पंचायत चुनाव में पार्टी की सफलता से विधानसभा चुनाव में पार्टी की राह आसान होगी।
पंचायत चुनाव के कार्यक्रम अभी घोषित नहीं हुए हैं। भाजपा चुनाव रणनीति व प्रत्याशी चयन का खाका तैयार कर चुकी है। पदाधिकारियों को दायित्व सौंपा जा चुका है। कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए पार्टी ने इस बार अपने नियम को शिथिल किए हैं। संगठन में दायित्व संभालने वाले कार्यकर्ता भी चुनाव लड़ सकेंगे। चुनाव में परिवारवाद की बजाए कार्यकर्ता को ही तरजीह मिलेगी। मंगलवार को गोरखपुर में पार्टी के प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह जिलों के नामित प्रदेश पदाधिकारी, जिला पंचायत के वार्ड संयोजकों, ब्लाक प्रभारियों एवं मंडल अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे। पार्टी के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवीन पांडेय के मुताबिक यह बैठक तारामंडल स्थित कृष्णा पैलेस में दोपहर 12 बजे से होगी। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी जिले में पार्टी की चुनावी तैयारियों का आकलन करेंगे। तैयारियों में कमियों को लेकर पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश देंगे। पदाधिकारियों से अच्छे प्रत्याशियों को चिह्नित करने के निर्देश देंगे।