उ0प्र0 राज्य संग्रहालय में ‘‘साँचों की जुबानी, सिक्कों की कहानी’’ विषयक कार्यशाला का आयोजन

लखनऊः 15 जून, 2025
राज्य संग्रहालय, लखनऊ, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा श्श्खुशियों की पाठशालाश्श् (भ्ंचचल भ्वनते) कार्यक्रम के अंतर्गत कल दिनांक 14 जून 2025 को ष्साँचों की जुबानी,सिक्कों की कहानीश्श् विषयक कार्यशाला/कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 4 वर्ष से लेकर 14 वर्ष तक के 80 बच्चों ने प्रतिभागिता की। कार्यशाला में बच्चों को साँचे तैयार करने एवं इन साँचों के माध्यम से सिक्के ढालने की विधियों से परिचित कराया गया। बच्चों ने तैयार साँचों के माध्यम से प्लास्टर ऑफ पेरिस के पंच मार्क, इंडो ग्रीक, कुषाण, गुप्त, सल्तनत, सूरी, मुग़ल एवं ब्रिटिश कालीन सिक्कों के साथ-साथ वर्तमान समय में प्रचलित सिक्कों को ढाल कर उन्हें गोल्ड, कॉपर एवं सिल्वर रंग प्रदान किये। कार्यक्रम में आर्यश्री शिक्षा समिति के साथ अन्य विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने भी प्रतिभाग किया।
बच्चों द्वारा पूर्ण मनोयोग से सिक्कों को ढालने का कार्य किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को संग्रहालय में संरक्षित कलाकृतियों के प्रति जागरूक करना, उनसे परिचित कराना एवं उनमें सौंदर्य बोध एवं बौद्धिक क्षमता का विकास करने के साथ ही खेल खेल में उनकी प्रतिभा को निखारना है। समस्त प्रतिभागियों को डॉव सृष्टि धवन निदेशक राज्य संग्रहालय, लखनऊ द्वारा प्रमाण पत्र वितरित कर उत्साहवर्धन किया गया। इससे पूर्व बच्चों को संग्रहालय का भ्रमण करा कर प्रदर्शित कलाकृतियों के माध्यम से कला एवं संस्कृति के विविध पक्षों की जानकारी भी प्रदान की गयी। सिक्कों पर आधारित इस कार्यक्रम की रूपरेखा एवं परिकल्पना राज्य संग्रहालय के मुद्राशास्त्र अधिकारी डॉ. विनय कुमार सिंह एवं प्रदर्शक व्याख्याता धनंजय कुमार राय द्वारा तैयार की गई थी ।
इस अवसर पर सुश्री अलशाज फ़ात्मी, डॉ. मीनाक्षी खेमका, सुश्री प्रीति साहनी, श्रीमती शशिकला राय, श्री प्रमोद कुमार सिंह, श्री राहुल सैनी, श्री अरुण कुमार मिश्रा, श्री अनुराग द्विवेदी, श्रीमती पूनम आदि की अहम भूमिका रही। इस अवसर पर आर्य श्री फाउंडेशन के सदस्य तथा अन्य आमंत्रित अतिथिगण उपस्थित रहे।