एक तिहाई आबादी को पता ही नहीं वो हो गए हैं कोरोना पॉजिटिव, इस रिपोर्ट में हुआ खुलासा

देश में लगातार सामने आते कोरोना वायरस के मामलों के बीच ICMR यानी भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने बड़ा खुलासा किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ICMR ने आशंका जताई है कि देश के विभिन्न कंटेनमेंट जोन और हॉटस्पॉट इलाकों में एक तिहाई आबादी कोरोना वायरस से संक्रमित हुई हो और बाद में बिना किसी इलाज के ठीक भी हो गई हो।

ICMR की यह रिपोर्ट जल्द ही केंद्र सरकार को भेजी जाएगी। रिपोर्ट में मुंबई, पुणे, दिल्ली, अहमदाबाद और इंदौर जैसे शहरों का जिक्र है और कहा गया है कि यहां संक्रमण की दर बहुत ज्यादा है। यहां अन्य हॉटस्पॉट की तुलना में 100 गुना ज्यादा तक संक्रमण की बात कही गई है। 10 हॉटस्पॉट शहरों से सैंपल जुटाने और जांच करने के बाद ICMR ने यह रिपोर्ट तैयार की है। हालांकि यह रिपोर्ट अभी जारी नहीं की गई है।

क्या बिना लक्षण वाले मरीजों से भी फैल रहा कोरोना वायरस, WHO ने दिया जवाब

देश दुनिया में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के बीच एक सवाल कई बार उठा कि क्या यह संक्रमण उन लोगों से ज्यादा फैल रहा है जिनमें इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं। अब विश्व संगठन (WHO) ने इसका जवाब दिया है। दुनिया के सबसे बड़े स्वास्थ्य संगठन WHO का कहना है कि बिना लक्षण वाले मरीजों से संक्रमण फैलने का खतरा कम है।

डब्ल्यूएचओ की अधिकारी मारिया मैने के अनुसार कि कई देशों में बिना लक्षण वाले या बिना क्लीनिकल लक्षण वाले मरीजों से संक्रमण के प्रसार के मामले सामने आ रहे हैं लेकिन जब इनकी गहराई से जांच की गई तो पता चला कि यह हल्की बीमारियां या सामान्य लक्षण हैं।

इससे पहले जारी आने रिपोर्ट में आशंका जताई की गई थी कि कोरोना वायरस इसलिए फैल रहा है क्योंकि कई लोग बिना लक्षण के इससे संक्रमित हुए हैं और यही कारण है कि इस महामारी को काबू करने या लोगों का इलाज करने में समस्या आ रही है। इससे पहले ब्रिटेन अमेरिका और अन्य देशों में बिना लक्षण वाले मरीजों से संक्रमण फैलने की चेतावनी जारी की गई है।

अब डब्ल्यूएचओ ने इससे ठीक विपरीत बयान दिया है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि इस तरह के प्रसार इस महामारी का मुख्य कारक नहीं है। बिना संक्रमण कोरोना फैलाने वालों का आंकड़ा 6% है। WHO के मुताबिक, विभिन्न देशों से मिले आंकड़ों के आधार पर उन्होंने यह बात कही है।

 

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