जम्मू-कश्मीर : भारत लद्दाख में तैनात करेगा लड़ाकू विमान

जम्मू-कश्मीर। लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 पर लड़ाकू विमानों को आपातकालीन परिस्थितियों में उतारने की तैयारी चल रही है। इसके लिए श्रीनगर-बनिहाल राजमार्ग पर 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी (246.2 किमी से 249.7 किमी के बीच) का निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है।

अनंतनाग जिले के मीरबाजार क्षेत्र में इसका निर्माण कार्य लिच कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से किया जा रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएई) के क्षेत्रीय प्रबंधक, हेमराज भगत ने आपातकालीन लैंडिंग के लिए हवाई पट्टी के निर्माण की पुष्टि की है।

सरकारी सूत्र भी निर्माण कार्य की पुष्टि कर रहे हैं परंतु उन्होंने इसे लद्दाख में चीन के साथ मौजूदा गतिरोध के साथ जोड़ने या नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के साथ झड़पों से किसी प्रकार के संबंध होने से इनकार किया है। सूत्रों का कहना है कि इस निर्माण कार्य का फैसला पिछले साल जून में लिया गया था।

सरकारी सूत्र भी निर्माण कार्य की पुष्टि कर रहे हैं परंतु उन्होंने इसे लद्दाख में चीन के साथ मौजूदा गतिरोध के साथ जोड़ने या नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के साथ झड़पों से किसी प्रकार के संबंध होने से इनकार किया है। सूत्रों का कहना है कि इस निर्माण कार्य का फैसला पिछले साल जून में लिया गया था।

दक्षिण कश्मीर में 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी का निर्माण कार्य लगभग 119 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से आठ महीने में पूरा होगा।

उधर, लद्दाख में सैन्य निर्माण कार्यों को तेज करने के लिए सेना की पोर्टर कंपनी बनने जा रही है। सेना ने इसके लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। आज यानी कि चार जून से 11 जून तक आवेदन मांगे गए हैं। 15 से 20 जून तक भर्ती चलेगी। पोर्टर कंपनी स्थापित करने के लिए 25 जून की तारीख तय की गई है। 14 कोर जोन वर्कशाप के कर्नल (कमांडिंग आफिसर) प्रवीण लटवाल के अनुसार भर्ती होने वाले सभी पोर्टरों को 9 जुलाई तक क्वारंटीन किया जाएगा।

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