जम्मू.कश्मीर और एनसीआर में 13 ठिकानों पर सीबीआइ के छापे
श्रीनगर, में सीबीआइ ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र NCR में कुल 13 ठिकानों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू कश्मीर में सीबीआइ का यह पहला बड़ा ऑपरेशन है। आईएएस अधिकारी यश मुद्गिल और राजीव रंजन के साथ साथ पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों के आवासों की तलाशी ली गई है।
अधिकारियों के मुताबिक, श्रीनगर, जम्मू, गुड़गांव और नोएडा में करीब 13 स्थानों पर केंद्रीय जांच एजेंसी ने छापेमारी की है। यह मामला जम्मू कश्मीर के अलग-अलग जिलों से करीब दो लाख हथियार लाइसेंस जारी करने में कथित गड़बड़ियों से जुड़ा है। सीबीआइ के अधिकारियों ने इस केस में कुपवाड़ा, बारामूला, उधमपुर, किश्तवाड़, शोपियां, राजौरी, डोडा, पुलवामा के तत्कालीन उपायुक्तों और जिला मजिस्ट्रेटों के परिसरों की तलाशी ली।
अधिकारियों की मानें तो आरोप है कि तत्कालीन सरकारी अधिकारियों ने जम्मू कश्मीर के अनिवासियों को नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए लाइसेंस जारी किए। यह भी आरोप है कि साल 2012 से 2016 तक जम्मू-कश्मीर के डोडा, रामबन, उधमपुर जैसे जिलों से दो लाख से शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए थे। जांच में पाया गया कि पूरे राज्य मे चार लाख से ज्यादा शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए जिनमें से दो लाख के फर्जी होने का संदेह है।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआइ के ये छापे डिप्टी कमिश्नरों एवं जिलाधिकारियों के यह मारे गए। इस मामले का भंडाफोड़ राजस्थान एटीएस (anti-terror squad, ATS) ने किया था। राजस्थान के डीजीपी ओपी गलहोत्रा की सिफारिश पर यह केस सीबीआइ के हवाले किया गया था। राजस्थान एटीएस ने इस मामले में जांच के दौरान कई लोगों को गिरफ्तार किया था।