डेथ वारंट के खिलाफ दुष्कर्मी मुकेश की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू
Nirbhaya case में दोषी मुकेश सिंह की याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है। मुकेश ने पटिलाया हाउस कोर्ट के उस डेथ वारंट पर रोक लगाने की मांग की है जिसके मुताबिक मुकेश समेत चारों दोषियों को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी दी जा
ना है। इस तरह मुकेश ने मौत से 6 दिन पहले अपना आखिरी दांव भी चल दिया है।
सुप्रीम कोर्ट में क्युरेटिव पिटीशन खारिज होने के चंद घंटों पर बाद ही मुकेश सिंह से वकीलों ने राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका पेश कर दी थी। दिल्ली हाई कोर्ट के समक्ष पेश याचिका में दुष्कर्मी के वकीलों ने कहा है कि मुकेश सिंह की याचिका राष्ट्रपति के समक्ष लंबित है, इसलिए 7 जनवरी 2020 के पटियाला हाउस कोर्ट के डेथ वारंट पर रोक लगाई जाए। पटियाला हाउस कोर्ट ने Nirbhaya के चारों दोषियों (Vinay Sharma, Mukesh Singh, Pawan Gupta और Akshay Kuma) की फांसी की तारीख 22 जनवरी तय की है।
इससे पहले मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की पीठ ने मुकेश सिंह और विनय शर्मा की पुनर्विचार याचिका को सुनवाई के योग्य नहीं मानते हुए खारिज कर दिया। इसके बाद दोनों के पास दया याचिका का आखिरी विकल्प बचा था। शेष दो दोषियों, अक्षय कुमार और पवन गुप्ता की ओर से अभी कोई याचिका दायर नहीं की है।
इस बीच, तिहाड़ जेल में 22 जनवरी 2020 की फांसी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। यहां चारों को साथ फांसी देने के लिए अलग मंच बनाया गया है। यहां डमी एक्जिक्यूशन भी हो चुका है। चारों दोषियों के परिजन को सूचना दे दी गई है और उनसे मिलने के लिए 20 जनवरी का दिन भी तय कर दिया है।