दिल्ली में दिन देरी से आएगी गर्मी, 12 फरवरी के बाद सामान्य होगा तापमान

राजधानी में इस बार गर्मी छह दिन की देरी से आएगी। आमतौर पर सात फरवरी तक तापमान सामान्य हो जाता रहा है। लेकिन, इस बार 12 तारीख के बाद तापमान सामान्य स्तर पर आने की संभावना जताई जा रही है। रविवार के दिन भी न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम दर्ज किया गया।

दिल्ली में बीता दिसंबर कई वर्षों में ऐतिहासिक तौर पर सबसे ज्यादा ठंडा रहा था। जबकि, जनवरी में भी तापमान औसत से एक डिग्री तक कम दर्ज किया गया था। फरवरी की शुरुआत में भी ठंड का यह मिजाज बना हुआ है। बीते नौ दिनों में एक दिन भी ऐसा नहीं रहा, जब न्यूनतम तापमान सामान्य दर्ज किया गया हो, जबकि अधिकतम तापमान भी केवल दो दिन ही सामान्य दर्ज किए गया है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान आमतौर पर सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक नीचे दर्ज किए गए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक आमतौर पर छह-सात फरवरी तक दिल्ली में तापमान सामान्य स्तर पर आ जाता है और गर्मी शुरू हो जाती है। लेकिन, जनवरी माह में सात पश्चिमी विक्षोभ आए। इसके बाद से हवा भी पहाड़ों की तरफ से आ रही है। इसके चलते ठंड का आलम बना हुआ है।

गौरतलब है कि इस बार ठंड ने बिहार के लोगों को अधिक दिनों तक परेशान किया। दिसंबर के मध्य से ही कंपकपाने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह कमोबेश अब भी जारी है। एक दशक बाद ऐसा हुआ है कि इतने लंबे समय तक ठंड पड़ी। यह पश्चिमी विक्षोभों की अधिक सक्रियता के कारण हुआ है। यानी पश्चिम की ठंडी हवा के थपेड़ों से बिहार बेजार रहा।

यह वैज्ञानिक तथ्य है कि बिहार सहित उत्तर भारत के तमाम मैदानी इलाकों का मौसम पश्चिम में स्थित भूमध्य और कैस्पिन सागर व कुछ हद तक अरब सागर तो पूरब में बंगाल की खाड़ी और उत्तर में हिमाचल से प्रभावित होता रहा है। दिसंबर से देश के पश्चिमी हिस्से में ठंडी हवा का तूफान आता है, जिसे पश्चिमी विक्षोभ कहते हैं। यह पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश होते हुए बिहार पहुंचता है और यहां ठंड बढ़ाता है। अमूमन दिसंबर के अंत तक ये तूफान आने शुरू होते हैं, लेकिन इस बार दिसंबर मध्य से ही पश्चिमी विक्षोभ के आने का सिलसिला शुरू हो गया और यह एक के बाद एक आते गए। यही नहीं इस बार अब तक सात से आठ पश्चिमी विक्षोभ आ चुके हैं।

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