पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नौकरियों को लेकर भाजपा सरकार पर फिर साधा निशाना
देहरादून : प्रदेश में सात लाख लोगों को रोजगार देने के सरकार के दावों पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत को कठघरे में किया। बकौल रावत भाजपा की वर्तमान अब तक केवल 3100 पदों पर भी नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू कर पाई है। जबकि पूर्ववती कांग्रेस सरकार 32 हजार लोगों केा स्थायी और अस्थायी रोजगार दिया था। रावत ने चुनौती दी कि यदि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हौंसला रखें तो इन आंकड़ों को मैं विभागवार सार्वजनिक भी किया जा सकता हूं।
रावत ने कहा कि झूठे दावे करने में भगत नंबर वन हो गए हैं। कुछ समय पहले गैरसैंण में विकास के लिए 25 हजार करोड़ रुपये खर्च करने का जुमला सरकार की ओर से उछाला गया था। अब बंशीधर जी ने सात लाख रोजगार देने का दावा कर उस जुमले को भी पीछे छोड़ दिया। जबकि हकीकत बिलकुल अलग है। प्रदेश की पहली निर्वाचित कांग्रेस की सरकार में सीएम एनडी तिवारी के कार्यकाल में 17 हजार, उसके बाद भाजपा सरकार ने नौ हजार लोगों को स्थायी और अस्थायी नौकरियां दीं। इसके बाद वर्ष 2012 से 17 तक 32 हजार लोगों को नौकरियां मिलीं। वर्तमान भाजपा सरकार अब तक केवल 31 सौ पदों पर नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू कर पाई है। रावत ने किसान आंदोलन को लेकर भी सरकार पर प्रहार किए। कहा कि, अब तक सरकार दावे कर रही थी कि उत्तराखंड के किसान आंदोलित नहीं है। राज्य के किसानों की पीड़ा को भ्रामक दावों से दबाने की कोशिश की जा रही थी। हरिद्वार, यूएसनगर, देहरादून से हजारों किसान भाई आज दिल्ली के आंदोलन में शामिल हैं। रावत ने कहा कि आंखे बंद कर लेने से सूर्य छिप नहीं जाता। इसलिए सरकार को चाहिए कि किसानों की पीड़ा को समझे और उसका हल निकाले। न कि गलतबयानी करे।