भाजपा नेता द्वारा बसपा जिला अध्यक्ष को निवाड़ी छोड़ने की चेतावनी देने की बात आई सामने..

मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले के भाजपा नेता द्वारा कथित तौर पर बसपा जिला अध्यक्ष संजय सूर्यवंशी को निवाड़ी छोड़ने की चेतावनी देने की बात सामने आई है। उन्होंने बसपा नेता को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए अहिरवार समाज के लिए कलंक बताया है। इसका एक ऑडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

जानकारी के अनुसार, निवाड़ी जिले के भाजपा नेता गुलाब अहिरवार ने बसपा जिला अध्यक्ष संजय सूर्यवंशी को चेतावनी दी है कि तुम निवाड़ी में नहीं रहोगे। इसका ऑडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। ऑडियो में भाजपा नेता, सूर्यवंशी से यह भी कह रहे हैं कि तुम अहिरवार समाज के लिए कलंक हो। अंबेडकर तुम्हारे नहीं है, हमारे हैं। समाज के लोगों ने अंबेडकर जी को छुपाया था, उनके लिए बंदूक लेकर घूमे हैं। यह ऑडियो भाजपा से नगर परिषद निवाड़ी के चेयरमैन गुलाब अहिरवार और बसपा जिलाध्यक्ष संजय सूर्यवंशी का बताया जा रहा है।

बसपा जिलाध्यक्ष संजय सूर्यवंशी ने बताया कि 15 जनवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन मायावती का जन्मदिन मनाया था। उस दौरान उन्होंने मंच से जिले में हुई राशन चोरी और कमीशनखोरी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी थी, जिसे लेकर बीजेपी नेताओं को बुरा लग रहा है, उन्हें आधी रात को फोन करके धमकी दी गई है।

बसपा नेता संजय सूर्यवंशी ने कहा कि वह अभी बाहर हैं निवाड़ी एसपी को फोन पर बता दिया है शुक्रवार को वापस आकर भाजपा नेता पर मामला दर्ज कराएंगे। ऑडियो 18 जनवरी की रात का बताया जा रहा है। 

वायरल ऑडियो में सुनाई दे रहा है…बीजेपी नेता बीएसपी जिलाध्यक्ष से कह रहे हैं तुम निवाड़ी में नहीं रहोगे, तुम निवाड़ी के अहिरवार समाज के लिए कलंक हो। बेटा रविदास जयंती हमारे पुरखों ने मनाई और तुमने चुनाव चिन्ह अपनी फोटो लगवा ली, मेरा चैलेंज है तुम निवाड़ी में नहीं रहोगे। तुम बुला लो अपने आदमियों को। अहिरवार समाज के लिए गलत कर रहे हो। तुम हमारी लातों के हो और हमारे सिर पर बैठ रहे हो। निवाड़ी में रहोगे तो हमारे बच्चे तुम्हें बताएंगे। महापुरुष तुम्हारे दादा के नहीं है, हमारे हैं। जब तुम्हारा जन्म भी नहीं हुआ था तुम्हारे पिताजी का नहीं हुआ था। तब निवाड़ी के अहिरवार समाज ने अंबेडकर जी को छुपाया था। उनके लिए बंदूक लेकर घूमे। तुम जैसे नीच लोग अंबेडकर जी को बदनाम कर रहे हैं, महापुरुष तुम्हारे दादा के नहीं है तुम तो गुलाम रहे हो।

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