भारतीय ऑलराउंडर का करियर खत्म, अब शायद ही मिले भारत की वनडे टीम में जगह!
मेजबान न्यूजीलैंड और टीम इंडिया के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी मुकाबला माउंट मॉन्गनुई में खेला जा रहा है। इसी मैच में टॉस के दौरान भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने न्यूजीलैंड दौरे पर इस आखिरी वनडे इंटरनेशनल मैच के लिए टीम में एक बदलाव किया। इसी बदलाव के बाद लगभग तय हो गया कि टीम के एक ऑलराउंडर का अंतरराष्ट्रीय करियर खत्म हो गया है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं भारतीय टीम के हरफनमौला खिलाड़ी केदार जाधव (Kedar Jadhav) की, जो अब शायद ही भारतीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते नज़र आएं। केदार जाधव के अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट भारतीय टीम के लिए नहीं खेलने के पीछे एक नहीं, बल्कि कई वजह हैं। उधर, कुछ नए ऑलराउंडर केदार जाधव के ऊपर भारी पड़ रहे हैं। ऐसे में उनका अब वनडे टीम में चुना जाना लगभग नामुमकिन हो गया है।
ये हैं केदार जाधव को वनडे टीम में नहीं चुने जाने की वजह
दाएं हाथ के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज केदार जाधव का भले ही औसत और स्ट्राइक रेट निचले क्रम पर अच्छा हो, लेकिन मौका पड़ने पर वे टीम के लिए अब उपयोगी साबित नहीं हो रहे हैं। इसके अलावा वे अगले महीने 35 साल के होने जा रहे हैं। ऐसे में उनकी उम्र भी एक बड़ा फैक्टर टीम के चयनकर्ताओं के सामने होगी। हालांकि, बीसीसीआइ के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में उनका नाम शामिल है, लेकिन उनको अब शायद भारतीय से बाहर बैठना पड़े।
आपको बता दें, केदार जाधव भारतीय टीम के लिए सिर्फ वनडे फॉर्मेट में खेलते हैं। वहीं, इस साल भारतीय टीम टी20 एशिया कप और टी20 वर्ल्ड कप के साथ-साथ टेस्ट क्रिकेट पर फोकस कर रही है। यहां तक कि भारत को इस मुकाबले के बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ मार्च में 3 वनडे मैच खेलने हैं। उसके बाद भारतीय टीम का कोई भी पूर्व निर्धारित वनडे सीरीज नहीं है। वहीं, ऑलराउंडर के तौर पर टीम के पास रवींद्र जडेजा हैं और हार्दिक पांड्या भी वापसी करने वाले हैं।
साल 2014 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले केदार जाधव ने भारत के लिए अब तक 73 वनडे मैच खेले हैं, जिनकी 52 पारियों में 19 बार नाबाद रहते हुए 1389 रन बनाए हैं। वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में उनका बेस्ट स्कोर 120 रन है। केदार ने 42.09 की औसत और 101.61 की स्ट्राइकरेट से वनडे क्रिकेट में रन बना रहे हैं। केदार जाधव के नाम 2 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं, लेकिन मौजूदा समय में उनकी फॉर्म कुछ खास नहीं है।
केदार जाधव से गेंदबाजी भी भारतीय कप्तान करा नहीं रहे हैं। ऐसे में नंबर 6 पर एक प्रोपर बैट्समैन टीम खिलाने का प्रयास कर रही है, जो 2023 में होने वाले वर्ल्ड कप का हिस्सा बन सके। मनीष पांडे नंबर 6 पर अच्छी बल्लेबाजी कर सभी का दिल जीतने में कामयाब रहे हैं, जबकि हार्दिक पांड्या के आने से उनको वैसे भी प्लेइंग इलेवन से बाहर रहना पड़ेगा, क्योंकि पांड्या बल्ले के साथ-साथ अच्छी गेंदबाजी और फील्डिंग के लिए जाने जाते हैं।