यूपी में कोरोना के 13 मरीजों में से तीन को अस्पताल से मिली छुट्टी, दस मरीजो में हों रहा है सुधार

कोरोना वायरस से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के उपाय और लोगों में फैलाई जा रही जागरूकता का अब असर दिख रहा है। उत्तर प्रदेश में अभी तक जिन 13 मरीजों में कोरोना वायरस पाया गया था, उनमें से आगरा के तीन मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और बाकी अस्पताल में भर्ती 10 मरीजों की सेहत में भी धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।

संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि ये सभी मरीज सर्विलांस पर हैं और इनकी लगातार निगरानी की जा रही है। इन मरीजों के स्वास्थ्य में हर दिन सुधार हो रहा है। अभी तक कोरोना वायरस के संदिग्ध 810 मरीजों के नमूने जांच के लिए भेजे जा चुके हैं और इसमें से 709 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 88 मरीजों की रिपोर्ट आना बाकी है। उधर, कोरोना प्रभावित चीन सहित 12 देशों से यूपी वापस लौटे 1547 लोगों को सोमवार को चिह्नित किया गया। इन्हें जिला सर्विलांस यूनिट की देखरेख में 14 दिनों तक रखा जाएगा।

अब तक 13.40 लाख लोगों की हुई स्क्रीनिंग

नेपाल की सीमा से सटे यूपी के जिलों में बनाई गईं विशेष चौकियों पर अभी तक 13.40 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। वहीं एयरपोर्ट पर अभी तक 21269 यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। नेपाल सीमा के आसपास के गांव में 2000 जागरूकता मीटिंग की गईं।

कंट्रोल रूम के कॉल सेंटर में सात नई लाइनें जोड़ी गईं

राज्य संक्रामक रोग नियंत्रण कक्ष के कॉलेज सेंटर को और मजबूत किया गया है। यहां सात नई फोन लाइनें जोड़ी गई हैं। ताकि जिलों से फटाफट रिपोर्ट ली जा सकें।

सात देशों से लौटे लोग हेल्पलाइन नंबर पर दें जानकारी

कोरोना प्रभावित सात देशों से 15 फरवरी के बाद लौटे लोगों से विशेष अपील की गई है कि वह राज्य स्तरीय हेल्पलाइन नंबर 1800-180-5145 पर संपर्क कर इसकी जानकारी दें या फिर जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से संपर्क करें। इसमें चीन, साउथ कोरिया, इटली, ईरान, स्पेन, जर्मनी व फ्रांस शामिल हैं।

एक मीटर से अधिक दूरी पर बैठकर कॉपियां जाचेंगे शिक्षक

उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद की कॉपियों के मूल्यांकन में भी कोरोना वायरस से बचाव के लिए सावधानी बरती जाएगी। मंगलवार से शुरू हो रहे मूल्यांकन कार्यों को देखते हुए मदरसा शिक्षा परिषद ने इस संक्रमण से बचने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मूल्यांकन कक्ष में निरीक्षकों को एक मीटर से अधिक दूरी पर बैठकर कॉपियां जांचने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रत्येक मूल्यांकन कक्ष में मच्छर भगाने के लिए गुडनाइट एवं ऑलआउट लगाने के लिए कहा गया है। मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार आरपी सिंह ने बताया कि कॉपियों का मूल्यांकन 27 मार्च तक चलेगा। ऐसे में प्रत्येक मूल्यांकन केंद्र पर लिक्विड सोप व सैनेटाइटर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। मूल्यांकन केंद्रों पर हाथ धोने की समुचित व्यवस्था करने के लिए कहा गया है।

कोरोना वायरस के लिए जेलों में टास्क फोर्स

बंदियों को कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए प्रदेश की जेलों में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने जेलों में कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के दृष्टिगत उसकी रोकथाम के उपाए किए जाने का निर्देश दिया है। इसी कड़ी में डीजी जेल आनन्द कुमार ने सभी जेलों में स्पेशल टास्क फोर्स के गठन का आदेश जारी किया है। सभी कारागारों में जेल अधीक्षक की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टास्क फोर्स का गठन करने का निर्देश दिया है। टास्क फोर्स में जेलर व डिप्टी जेलर भी होंगे।

टास्क फोर्स बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराएगी और खासकर बुखार व खाकी-जुकाम से पीड़ित बंदियों के बारे में मुख्यालय को भी जानकारी दी जाएगी। ऐसे बंदियों के उपचार के लिए विशेष बंदोबस्त किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। डीजी जेल ने इससे पूर्व कारागारों में संक्रमण से बचने के लिए दिशा निर्देश जारी किए थे। जेलों में मास्क का निर्माण कर उन्हें बंदियों को उपलब्ध कराया जा रहा है।

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