राज्यपाल की अध्यक्षता में राजभवन में समारोह पूर्वक आयोजित हुआ भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का स्थापना दिवस
प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज यहाँ राजभवन के गाँधी सभागार में समारोहपूर्वक पश्चिम बंगाल राज्य का स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए राज्यपाल जी ने सभी को पश्चिम बंगाल स्थापना दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल राज्य केवल अपने इतिहास और सुंदरता के लिए ही नही जाना जाता, बल्कि यहाँ भारत का दूसरा सबसे बड़ा शहर कोलकाता भी है, जो भारत की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जाना जाता है। पश्चिम बंगाल की संस्कृति ऐसी भारतीय संस्कृति है, जिसकी जडें़ बंगाली साहित्य, संगीत, ललित कला, नाटक, रंगमच और सिनेमा आदि में सामाहित हैं। यहाँ की संस्कृति पर्व एवं त्योहारों से समृद्ध हैं। दुर्गा पूजा राज्य का प्रमुख पर्व है। इसके साथ ही डोलयात्रा, रथ यात्रा, राखी पूर्णिमा, लक्ष्मी पूजा और सरस्वती पूजा जैसे पर्वों को बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
राज्यपाल जी ने बंगाली भाषा की समृद्ध साहित्यिक विरासत का जिक्र करते हुए बंकिम चंद चट्टोपाध्याय, माइकल मधुसूदन दत्त, रवीन्द्रनाथ टैगोर और शरद चंद चट्टोपाध्याय जैसे लेखकों का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि राम माहेन राय, स्वामी विवेकानंद आदि अन्य लोगों के नेतृत्व में सामाजिक सुधारों के साथ पश्चिम बंगाल के पुनर्जागरण का कार्य हुआ। इसी क्रम में उन्होंने रवीन्द्रनाथ टैगोर जैसे महान कवि का स्मरण भी किया, जिन्होंने भारत और बांग्लादेश के राष्ट्रीय गान की रचना की है।
राज्यपाल जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की कई महान हस्तियों ने ‘नोबेल पुरस्कार‘ विजेता बनकर देश का मान-सम्मान बढ़ाया है। राज्यपाल जी ने पश्चिम बंगाल के लोगों में पर्यटन प्रियता का जिक्र करते हुए बताया कि देश में बेहतर होती कनेक्टिविटी का लाभ पश्चिम बंगाल की जनता को मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल का विकास और वहाँ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण केन्द्र सरकार की निरंतर प्राथमिकता रही है। कोलकाता में 8,500 करोड़ रूपये की लागत से मैट्रो प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है। केन्द्र सरकार इस साल भी हजारों करोड़ रूपये पश्चिम बंगाल में नेशनल हाईवे बनाने में लगा रही है। इसके तहत कोलकाता सिलीगुड़ी रोड को भी अपग्रेड किया जायेगा।
केन्द्र सरकार ने हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी तक, हावड़ा से पुरी तक तथा न्यू जलपाईगुड़ी से गुवाहाटी तक तीन वंदेभारत टेªन चलाई हैं। केन्द्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल में रेलवे की कई परियोजनओं, मेट्रो रेलवे का विस्तार, नये मेट्रो स्टेशन का निर्माण आदि का कार्य किया जा रहा है।
राज्यपाल ने पश्चिम बंगाल को भारत की पहली पानी के नीचे चलने वाली मेट्रो प्राप्त होने, केन्द्र सरकार की उज्ज्वला योजना के तहत वहाँ 90 लाख से अधिक बहनों को मुफ्त एल0पी0जी0 गैसे कनेक्शन मिलने के बारे में भी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि देश प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद से असम के डिब्रूगढ़ जनपद तक जिस 3200 किलो मीटर का ‘गंगा विलास क्रूज‘ का उद्घाटन किया। उसका लाभ भारत को पाँच प्रदेशों उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, असम और पड़ोसी देश बांग्लादेश सहित पश्चिम बंगाल को भी मिलेगा।
भारत जैसे विशाल देश की विविधता पर चर्चा करते हुए राज्यपाल जी ने कहा कि देश की हम विविधता के दृष्टिगत हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ की परिकल्पना की, जिसका उद्देश्य भारत जैसे विशाल देश, जिसमें विविध भाषाओं, संस्कृतियों, अहिंसा और न्याय के सिद्धान्तों पर आधारित स्वतंत्रता संग्राम तथा सांस्कृतिक विकास के समृद्ध इतिहास को सांस्कृतिक रूप से स्वीकृत करना है। राज्यपाल जी ने इसी चर्चा के क्रम में कल विश्व योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 180 देशों के साथ योग का प्रतिनिधित्व करने का जिक्र करते हुए कहा कि आज भारत की छवि विश्वगुरू के तौर पर उभर रही हैं।
राज्यपाल जी ने कहा कि प्रधानमंत्री की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ की परिकल्पना को साकार रूप प्रदान करने हेतु आज यहाँ पश्चिम बंगाल राज्य का स्थापना दिवस उत्तर प्रदेश के राजभवन में आयोजित हो रहा है। उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल राज्य के अटूट संबंध हैं। बहुत बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल के निवासी कई पीढ़ियांें से उत्तर प्रदेश में आवासित हैं। हमारी संस्कृति हमारी धरोहर है। हमें इसे संजोए रखना है।
बंगाली समाज के प्रतिनिधि और प्रेसिडेंट न्यासी मण्डल कालीबाड़ी ट्रस्ट श्री अभिजीत सरकार ने समारोह का संचालन करते हुए उत्तर प्रदेश में आवासित बंगाली समाज की विविध हस्तियों के साहित्य, कला, संस्कृति, अकादमिक और व्यवसाय क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदानों की जानकारी भी दी और आयोजन के लिए राज्यपाल जी का आभार भी व्यक्त किया।
समारोह में मुख्य अतिथि श्री राज्यपाल का स्वागत बंगाली समाज द्वारा पारम्परिक रीति के अनुसार शंख और उलू ध्वनि से किया गया। इस अवसर पर राजभवन में निर्मित पश्चिम बंगाल पर एक डाक्यूमेन्ट्री प्रदर्शित की गई। गायिका श्रीमती काबेरी बनर्जी ने बांग्ला और हिन्दी में रवीन्द्र संगीत प्रस्तुत किया। श्री संजीव राय और उनके साथी कलाकारों ने गुरूदेव रवीन्द्रनाथ टेगौर के प्रसिद्ध गीत ‘एकला चलो रे‘ तथा पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध आदिवासी नृत्य झूमूर की मनोहारी प्रस्तुति दी। समारोह में 12वीं और 10वीं बोर्ड की बांग्ला समाज की मेधावी छात्राओं ने भी अपने समाज के बारे में विचार व्यक्त किए। विदुषी श्रीमती एकाक्षी सिन्हा ने बंगाल के बारे में कुछ विशेष ज्ञानवर्द्धक जानकारियाँ साझा की।
इस अवसर पर समारोह में अपर मुख्य सचिव श्री राज्यपाल डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे ने माननीय राज्यपाल, सभी आमंत्रित अतिथियों, कलाकारों तथा उपस्थित बांग्ला समाज के प्रबुद्धजनों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
संगीतमय वातावरण में आयोजित आज का पश्चिम बंगाल राज्य के स्थापना दिवस पर बड़ी संख्या में बंगाली समाज के महानुभाव, राजभवन के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।