वुहान लॉकडाउन में फंसे भारतीयों को निकलने दें: भारत
नई दिल्ली, भारत ने चीन से वुहान में शेष भारतीयों को शहर छोड़ने की अनुमति देने का अनुरोध किया। कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन के तहत कुछ भारतीय भी वुहान में हैं। चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 41 पहुंचे। इसके अलावा 1,287 लोगों में इस वायरस को पाया गया है। ये आंकड़ा नेश्नल हेल्थ कमीशन द्वारा जारी किया गया है।
बता दें कि मध्य चीनी हुबेई प्रांत की राजधानी और 11 मिलियन लोगों के शहर वुहान में लगभग 250-300 भारतीय अभी भी मौजूद हैं। चीन ने खतरनाक विषाणु कोरोना वायरस के फैलने की आशंका को देखते हुए और विषाणु पर नियंत्रण करने के मद्देनजर इससे प्रभावित शहर के आसपास मौजूद चार और शहरों में शुक्रवार (24 जनवरी) को यात्रा प्रतिबंध लगा दिया, जिससे यात्रा प्रतिबंध वाले शहरों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है और इसके कारण इन शहरों में रह रही करीब 4.1 करोड़ की आबादी प्रभावित है।
मध्य हुबेई प्रांत में स्थित शियानिंग, शियाओगन, एन्शी और झिजियांग शहरों में अधिकारियों ने बताया कि बस एवं रेलवे स्टेशन समेत सार्वजनिक परिवहन बंद रहेंगे। हुबेई प्रांत में ही इस विषाणु का सबसे पहले पता चला था। नए कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बीते 24 घंटे में हुबेई प्रांत के शहरों पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंध में ये नए नाम जुड़ गए हैं।
इस विषाणु से 800 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। विषाणु का पता सबसे पहले हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान शहर में चला था, जहां इस महामारी के केंद्र के तौर पर एक सीफूड और पशुओं के बाजार की पहचान हुई थी स्थानीय सरकारों की ओर से जारी नोटिस के अनुसार हुबेई प्रांत में आठ शहरों – हुआगांग, एझाओ,चीबी, शिआताओ, झिजियांग, छिनजिआंग, लिचुआन और वुहान में सार्वजनिक परिवहन को रोकने की घोषणा की गई है।
शुक्रवार (24 जनवरी) सुबह 64 लाख की आबादी वाले जिंगझोऊ शहर के रेलवे स्टेशन से हर तरह की सेवाएं बंद रहेंगी। वहीं 24 लाख की आबादी वाले हुआंगशी ने भी शुक्रवार को परिवहन मार्ग बंद कर दिए और साथ ही फेरी टर्मिनल एवं यांगत्जी नदी पर बने पुल तथा सार्वजनिक परिवहन को बंद कर दिया।