शोभायात्रा निकाल जगद्गुरू रामानंदाचार्य जी को किया याद
संतों ने जगद्गुरू स्वामी रामानंदाचार्य जी महराज की 720 वीं जयंती श्रीराम नाम संकीर्तन के साथ कामदगिरि की परिक्रमा कर मनाई। हाथी, घोड़े के साथ निकली शोभायात्रा का प्रारंभ राममोहल्ला के कामदगिरि प्रमुख द्वार से संत मदन दास जी महराज ने किया। चित्रकूट परिक्षेत्र के सैकड़ों संतों ने श्रीराम नाम का संकीर्तन कर श्री कामदगिरि की परिक्रमा लगाई। इसके बाद सभी संत सनकादिक आश्रम पहुंचे। जहां पर जगद्गुरू रामानंदाचार्य जी महराज की आरती के बाद संत सभा का आयोजन हुआ।
संचालन करते हुए संत मदन दास जी ने कहा कि यह गौरव की बात है कि जगद्गुरू रामानंदाचार्य जी महराज का प्रार्दुभाव प्रयाग की धरती पर पर हुआ था। उन्होंने धर्मांतरण के खिलाफ विदेशी आक्रांताओं से संघर्ष कर हिंदू जनमानस के अंदर एक नई भक्तिमय भावना का संचार किया। उन्होंने अपने 12 शिष्य बनाए। जगद्गुरू बालक दास जी महराज ने रामानंदी अखाड़ों की स्थापना की। इस दौरान कबीर आश्रम जानकी कुंड के साहब बाबा ने भी तमाम संस्मरण सुनाया। इसके बाद सनकादिक महराज ने सबको भंडारे का प्रसाद चखाया। इस दौरान संतो के साथ भाजपा नेता पंकज अग्रवाल भी मौजूद रहे।