संकट में डोनाल्ड ट्रम्प , कोर्ट ने जारी किया अरेस्ट वारंट
नई दिल्ली: इराक की एक अदालत ने पिछले साल एक ईरानी जनरल और एक प्रभावशाली इराकी मिलिशिया नेता के मारे जाने के मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ गुरुवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। कोर्ट के मीडिया कार्यालय ने कहा कि अमेरिका के ड्रोन हमले में जनरल कासिम सुलेमानी और अबू माहदी अल मुहंदिस के मारे जाने के मामले में बगदाद की जांच अदालत के न्यायाधीश ने वारंट जारी किया। सुलेमानी और मुहंदिस पिछले साल जनवरी में बगदाद हवाईअड्डे के बाहर ड्रोन हमले में मारे गए थे जिससे अमेरिका और इराक के बीच राजनयिक संकट पैदा हो गया था और दोनों के संबंधों में तल्खी आ गई थी। गिरफ्तारी वारंट हत्या के आरोप में जारी किया गया है।
दोनों की मौत के बाद, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनी ने उन्हें शहीद बताते हुए बदला लेने की बात कही थी। अयातुल्ला खामेनी ने ट्विटर पर लिखा था कि हम अबू माहदी और सुलेमानी की आत्मा को श्रद्धांजलि देते हैं। वे इस्लाम में प्रशिक्षित एक व्यक्ति का एक प्रमुख उदाहरण थे। उन्होंने अपना सारा जीवन अल्लाह के लिए संघर्ष करने में लगा दिया। सुप्रीम ज्यूडिशियल काउंसिल के एक बयान के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ वारंट जारी करने का फैसला न्यायाधीश के अबू माहदी के परिवार वालों के बयान दर्ज करने के बाद किया गया है। कोर्ट ने बताया कि हत्याओं के इस मामले में आगे की जांच अभी जारी है।
वहीं, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय सुलेमानी के मारे जाने के बाद एक बयान में कहा था कि जनरल सुलेमानी इराक में अमेरिकी राजनयिकों और सैन्य कर्मियों पर हमले की सक्रिय रूप से योजना बना रहे थे। जनरल सुलेमानी और उसका कुद्स फोर्स सैकड़ों अमेरिकियों और अन्य गठबंधन सहयोगियों के सदस्यों की मौत और हजारों को जख्मी करने के लिए जिम्मेदार हैं। मंत्रालय ने आगे कहा था कि जनरल सुलेमानी ने बीते दिनों बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर हुए हमलों की भी अनुमति दी। अमेरिका दुनिया भर में अपने लोगों और हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाना जारी रखेगा। सुलेमानी की मौत के बाद ट्रंप ने बिना किसी विस्तृत जानकारी के अमेरिकी झंडा ट्वीट किया था।