सरकार ने जीएसटी रिटर्न भरने वाले छोटे कारोबारियों के लिए शुरू की SMS सेवा
देश के 20 लाख से ज्यादा छोटे कारोबारियों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल, सरकार ने शून्य मासिक जीएसटी रिटर्न भरने वाले कारोबारियों के लिए SMS सेवा शुरू की है।
इस सुविधा के तहत सिर्फ मैसेज कर जीएसटी रिटर्न की फाइलिंग की जा सकेगी। हालांकि, ये सुविधा सिर्फ उन लोगों के लिए है जिनका मासिक जीएसटी रिटर्न शून्य है। शून्य रिटर्न आगामी महीने की पहली तारीख को 14409 पर SMS कर भेजा जा सकता है।
इसकी जानकारी देते हुए केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने कहा, ‘‘टैक्सपेयर्स की सुविधा के लिये बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने एसएमएस के जरिये जीएसटीआर-3बी फार्म में शून्य जीएसटी मासिक रिटर्न भरने की अनुमति दे दी है। इससे 22 लाख रजिस्टर्ड टैक्सपेयर्स को लाभ होगा।’’
इस सुविधा के तहत जिन इकाइयों की फॉर्म जीएसटी-3बी में सभी सारणी में शून्य या कोई ‘एंट्री’ नहीं है, वे पंजीकृत मोबाइल नंबर का उपयोग कर एसएमएस के जरिये रिटर्न फाइल कर सकते हैं। रिटर्न का वेरिफिकेशन रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर आधारित वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) सुविधा के जरिये होगा।
सीबीआईसी ने कहा कि जिन टैक्सपेयर्स की देनदारी शून्य है, उन्हें जीएसटी पोर्टल पर ‘लॉग ऑन’ करने की जरूरत नहीं है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने केंद्रीय जीएसटी नियमों में नया नियम पिछले महीने पेश किया था।
सीबीआईसी ने कहा, ‘‘जीएसटीएन पोर्टल पर तत्काल प्रभाव से शून्य फॉर्म जीएसटीआर-3बी भरने के तरीके के बारे में जानकारी उपलब्ध है।’’ आपको बता दें कि जीएसटी के तहत 1.22 करोड़ इकाइयां रजिस्टर्ड हैं।
बता दें कि इसी महीने जीएसटी काउंसिल की बैठक होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि टैक्स कलेक्शन घटने के बावजूद वित्त मंत्रालय गैर-जरूरी वस्तुओं पर जीएसटी की दर बढ़ाने के पक्ष में नहीं है। दरअसल, गैर-जरूरी वस्तुओं पर अगर जीएसटी की दर बढ़ाई जाती है तो यह उनकी मांग को कम करेगा. अंतत: इससे अर्थव्यवस्था के फिर पटरी पर लौटने की रफ्तार कम होगी।