सायुज्य ने मात्र 9 वर्ष की आयु में हासिल किया गोल्ड मेडल

नई दिल्ली। कहते हैं होनहार पूत के पांव पालने में ही नज़र आजाते हैंए कक्षा 3 के छात्र सायुज्य ने मात्र 9 वर्ष की आयु में गोल्ड मेडल हासिल कर इस कहावत को हक़ीक़त मे बदल दिया है।
मास्टर सायुज्य शहर के प्रतिष्ठित समाजसेवी एवं शिक्षाविद रामेश्वर प्रसाद जगतबंधु का सुपौत्र है मास्टर सायुज्य कुशवाहा लखनऊ के विख्यात कैथेड्रल सेकेंडरी स्कूल हज़रतगंज में कक्षा 3 का छात्र है। सायुज्य ने यह कारनामा मात्र 9 वर्ष की छोटी सी उम्र में सिल्वरजोन आर्गेनाइजेशन द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित विभिन्न टैलेंट परीक्षाओं में से 4 वर्गो में प्रतिभाग करते हुए चारों वर्गो में अपनी विलक्षण प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीत कर अपने माता पिता तथा शहर का नाम रौशन किया।

’सायुज्य को मिलेगा अमेरिका स्थित नासा के भ्रमण का मौका।’

उल्लेखनीय है की मास्टर सायुज्य कुशवाहा ने इंटरनेशनल ओलंपियाड ऑफ साइंसए इंटरनेशनल ओलंपियाड ऑफ इंग्लिश लैंगुएजए इंटरनेशनल ओलंपियाड ऑफ मैथमैटिक्स एंड स्मार्ट किड जीण्केण् ओलंपियाड वर्गो में प्रतिभाग कर लेवल.1 में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। जिसमे इंटरनेशनल ओलंपियाड ऑफ साइंस में उसका सेलेक्शन लेवल.2 के लिए हुआ है। लेवल.2 में जीत के उपरांत सायुज्य को अमेरिका स्थित नासा के भ्रमण का अवसर संस्था की ओर से प्राप्त होगा।
मास्टर सायुज्य कुशवाहा के पिता उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय में एवं माता रेनू कुशवाहा बाराबंकी में उपमहाप्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं।

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