28 मई को हो सकता है, T20 वर्ल्ड कप को लेकर बड़ा… ऐलान
कोरोना वायरस ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी के साल 2020 के कैलेंडर को तहस-नहस कर दिया है। इस महामारी की वजह से न तो द्विपक्षीय सीरीज ही सफल हो पाई हैं, जबकि एशिया कप और टी20 वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंटों का भी भविष्य अधर में हैं। बात अगर ऑस्ट्रेलिया में इस साल अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित टी20 विश्व कप के आयोजन को लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) गुरुवार को अपनी बैठक में चर्चा करेगी।
माना जा रहा है कि आइसीसी के सदस्यों के पास तीन विकल्प हैं, जिनके बारे में गुरुवार को विस्तार से चर्चा होने के आसार हैं। हालांकि, इस विश्व कप के 2022 में होने के ज्यादा आसार हैं, क्योंकि इससे क्रिकेट की वैश्विक संस्था को कम नुकसान उठाना पड़ेगा। इसके अलावा दो अन्य विकल्पों पर चर्चा होगी, जिसमें तय कार्यक्रम और अगले साल फरवरी में विश्व कप का आयोजन शामिल है।
आइसीसी की 26 मई को होने वाली 17 सदस्यीय बोर्ड की बैठक में आइसीसी चेयरमैन के चुनाव को लेकर चर्चा होगी लेकिन 28 मई की बैठक में मुख्य रूप से टी-20 विश्व कप को लेकर चर्चा की जाएगी।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के एक सूत्र ने बताया कि बैठक में विश्व कप को तय कार्यक्रम कराने को लेकर चर्चा की जाएगी जो इस साल 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होना है।
इसके अलावा इसे अगले साल फरवरी और फिर 2022 में कराने पर भी अच्छे से विचार किया जाएगा। अगर तय कार्यक्रम के अनुसार कराने में भी कई विकल्प है। जैसे यह देखा जाएगा कि इसमें दर्शक और मीडिया के बिना कराया जाएगा या दर्शकों के साथ। फिर अगले साल फरवरी या 2022 में कराते तो उसमें दर्शकों के साथ होगा या उसके बिना।
सूत्र ने आगे कहा कि अगर तय कार्यक्रम के चार महीने बाद के आयोजन का विकल्प बनता है तो उसी समय महिला टी-20 विश्व कप न्यूजीलैंड में छह फरवरी से सात मार्च तक होना है।
ऐसे में पुरुष टी-20 चैंपियन सिर्फ आठ महीने का ही रहेगा क्योंकि फिर अक्टूबर-नवंबर में भारत में टी-20 विश्व कप होगा। इसके अलावा फरवरी में कराते हैं तो खर्चा बढ़ जाएगा, क्योंकि अभी जो लोग काम कर रहे हैं उनका करार चार महीने के लिए बढ़ाना होगा।
दोबारा होटल की बुकिंग देखनी पड़ेगी। उनकी कीमत निकालनी होगी। इसमें यह भी है कि एक साल में ही दो विश्व कप हो जाएंगे। फायदा सिर्फ यह रहेगा कि खर्चा बहुत ज्यादा नहीं बढ़ेगा।
इस बैठक में तीसरा विकल्प रखा जाएगा, 2022 में विश्व कप का आयोजन। ऐसे में जो काम अभी हो चुके हैं उन्हें फिर से कराना होगा।
उन्होंने जब पूछा गया कि क्या आइपीएल के कारण टी-20 विश्व कप को आगे करना पड़ रहा है तो उन्होंने कहा कि इसका आइपीएल से कोई मतलब नहीं है, अगर ये नहीं हुआ तो आइपीएल हो जाएगा।
टी-20 विश्व कप नहीं हुआ तो आइसीसी खत्म नहीं होगा लेकिन बस थोड़ा नुकसान होगा लेकिन आइपीएल नहीं हुआ तो बीसीसीआइ को बहुत नुकसान होगा। और बीसीसीआइ अगले साल दो आइपीएल नहीं करा सकता।