745 पृष्ठ वाली इस पुस्तक मे वर्ष 1955 से 2021 तक के लगभग 200 महत्वपूर्ण विभागीय आदेशों का संकलन किया गया है

 प्रदेश की सहकारी गन्ना विकास समितियों हेतु निर्गत महत्वपूर्ण आदेशों के संकलन की पुस्तक का आॅन-लाईन विमोचन कार्यक्रम आज गन्ना आयुक्त कार्यालय के सभागार मे सम्पन्न हुआ। विमोचन कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। पुस्तक का विमोचन चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव, श्री संजय आर. भूसरेड्डी के कर-कमलों द्वारा किया गया।
      “सहकारी गन्ना विकास समितियों हेतु निर्गत महत्वपूर्ण आदेशों के संकलन की पुस्तक” की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए संयुक्त गन्ना आयुक्त (समिति) डा. वी.बी. सिंह, ने बताया कि 745 पृष्ठ वाली इस पुस्तक मे वर्ष 1955 से 2021 तक के लगभग 200 महत्वपूर्ण विभागीय आदशों का संकलन किया गया है। उन्होने बताया कि इस पुस्तक को तैयार करना अत्यन्त दुरूह कार्य था, परन्तु विभाग के अपर मुख्य सचिव, श्री भूसरेड्डी के कुशल निर्देशन एवं प्रेरणा से इस कार्य को सम्पन्न किया जा सका।

        श्री सिंह ने यह भी बताया कि गन्ना विकास विभाग नित नये कीर्तिमान रच रहा है और इन्हीं कीर्तिमानों मे एक और अध्याय के रूप मे यह पुस्तक ज्ञान का दीपक साबित होगी। उन्होने यह भी कहा कि इस सकंलन के माध्यम से कार्मिकों से होने वाली वित्तीय अनियमितताओं एवं त्रुटियों पर लगाम लगेगी। श्री सिंह ने विभाग के समस्त कार्मिकों से अपील की कि वह इस संकलन को सहेज कर रखें तथा अध्ययन कर विभाग केे हितधारक पक्षों को सहूलियत पहुचायें।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा अपने उद्बोधन मे सर्वप्रथम कोराना महामारी से दिवंगत हुए कार्मिकों को श्रद्धांजलि दी गयी तथा विभागीय अधिकारियो और कार्मिकों से अपील की गयी कि वह कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए शासकीय कार्यो का सम्पादन करें। आॅनलाइन पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के अवसर पर समस्त विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन्होने इस पुस्तक को कार्मिकों की दिन-रात की मेहनत का प्रतिफल बताया। उन्होनें कहा कि विभागीय अधिकारियो और कार्मिकों द्वारा समिति प्रापर्टी प्रबन्धन हेतु दिन-रात मेहनत कर सहकारी गन्ना समितियों का पुनरुद्धार किया गया है। इस सम्पत्ति की रक्षा और अपने कर्तव्यों का निर्वहन एक ट्रस्टी के रूप मे करें, तथा अपनी संस्था के प्रति आदर का भाव विकसित करे।
श्री भूसरेड्डी ने पुस्तक के बारे मे कहा कि कोई भी संस्था अपने उद्देश्यों की पूर्ति तभी कर सकती है, जब उस संस्था का संचालन करने वाले प्रतिनिधि अथवा अधिकारी एवं कर्मचारी निर्धारित व्यवस्था, अधिनियम, नियमों, शासनादशों एवं उसके संचालन हेतु उच्च स्तर से प्रसारित महत्वपूर्ण आदेशों एवं निर्देशों से भिज्ञ रहंे। उन्होने कहा कि सहकारी गन्ना समितियों के कार्यो को सुगमता से सम्पादित करने के लिए यह पुस्तक मील का पत्थर साबित होगी। उन्होने बताया कि यह पुस्तक शीघ्र ही सभी विभागीय कार्यालयों को निःशुल्क उपलब्ध करा दी जायेगी।
पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम के समापन के समय अपर गन्ना आयुक्त (मुख्यालय) श्री वाई.एस.मलिक, द्वारा अपर मुख्य सचिव महोदय को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया गया। श्री मलिक ने कहा कि इस पुस्तक से शासकीय कार्यो के प्रति विभागीय अधिकारियो एवं कार्मिकों की समझ विकसित होगी, जिससे वह पारदर्षिता के साथ त्रुुटिहीन कार्य कर सकेगें। श्री मलिक ने कहा कि यह पुस्तक समिति खण्ड के अधिकारियों और कार्मिकों की लगन एवं निष्ठा तथा दिन-रात की गई मेहनत का प्रतिफल है।
विमोचन कार्यक्रम मे मुख्यालय के अधिकारियों के साथ-साथ विभाग की सभी सह-संस्थाओं के प्रमुखों एवं सभी क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा आॅनलाइन प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यालय के सभी अधिकारियों द्वारा कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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