महाभियोग की एक बड़ी बाधा से पार हुए राष्ट्रपति ट्रंप, सीनेट में पस्त हुआ विपक्ष
अमेरिकी सीनेट ने शुक्रवार को विपक्षी डेमोक्रेट्स के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया, जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के मुकदमे के लिए नए गवाहों को पेश किए जाने की अनुमति मांगी गई थी। इसके साथ ही यह उम्मीद बढ़ गई है कि सीनेट से अगले सप्ताह की शुरुआत में राष्ट्रपति ट्रंप अपने ऊपर लगे सभी आरोंपो से बरी हो जाएंगे।
इस प्रस्ताव पर रोक के लिए 51 मत और इसके पक्ष में 49 मत पड़े
रिपब्लिकन पार्टी की बहुमत वाली सीनेट ने विपक्ष के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया, जिसमें यह मांग की गई थी कि सदन में नए गवाहों को पेश किया जाए। बता दें कि 100 सदस्यीय सीनेट में, रिपब्लिकन पार्टी के पास 53 सीटें हैं और डेमोक्रेट 47 हैं। विपक्ष के इस प्रस्ताव पर रोक के लिए 51 मत और इसके पक्ष में 49 मत पड़े। रिपब्लिकन सीनेटरों में से दो सदस्यों ने मिट रोमनी और सुसान कोलिन्स ने व्हाइट हाउस के पूर्व राष्ट्रीय सलाहकार जॉन बोल्टन और डेमोक्रेट के पक्ष में वोट दिया।
बता दें कि डेमोक्रेटिक पार्टी के मुख्य अभियोजक एडम शिफ ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के महाभियोग प्रक्रिया पर आखिरी दांव चलते हुए नए गवाहों की गवाही के लिए एक हफ्ते क समय सीमा का प्रस्ताव रखा था। डेमोक्रेटिक का यह आखिरी दांव था। इस मौके पर उन्होंने कहा था कि हम एक हफ्ते का समय और लेंगे और उसके बाद आप संसदीय कामकाज जारी रख पाएंगे। हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप की बचाव टीम ने और गवाह बुलाए जाने की डेमोक्रेटिक मांग को यह कहते हुए खारिज कर दिया था।
पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन से सुनने के लिए उत्सुक थे डेमोक्रेट
डेमोक्रेट्स विशेष रूप से पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन से सुनने के लिए उत्सुक हैं, जिन्होंने कथित तौर पर एक आगामी पुस्तक में दावा किया है कि ट्रंप ने व्यक्तिगत रूप से उनसे कहा था कि यूक्रेन को सैन्य सहायता कीव को उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन की जांच करने के लिए बांधा गया था। यह आरोप 18 दिसंबर को 45 वें अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ सत्ता के दुरुपयोग और लोकतांत्रिक बहुमत के प्रतिनिधि सभा द्वारा कांग्रेस को बाधित करने के लिए लगाया गया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बचाव पक्ष वकीलों की टीम
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बचाव पक्ष का कहना है कि राष्ट्रपति के खिलाफ चलाया गया महाभियोग मामला राजनीति से प्रेरित है। दरअसल, ट्रंप के वकील पैट सिप्पोलोन ने कहा कि यह सब चुनाव के पहले योग्य राष्ट्रपति को हटाने के लिए किया जा रहा है। ट्रंप की ओर से वकील पैट सिपोल्लोन ने मंगलवार को कहा, ‘किसी भी संवैधानिक स्तर से महाभियोग की धाराएं काफी कम हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘एक योग्य राष्ट्रपति को चुनाव के पहले बिना किसी संविधान के उल्लंघन के आधार पर निकालने की कोशिश है।’ पैट सिप्पोलोन ने सीनेट से आग्रह किया कि राष्ट्रपति को सत्ता के दुरुपयोग वाले आरोप से बरी कर दिया जाए। अमेरिका के इतिहास में तीसरी बार किसी राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग का मामला चलाया जा रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप का प्रतिनिधित्व कर रहे वकीलों की टीम में केन स्टार, रॉबर्ट रे, ऐलेन डर्शोविट्स और पैट सिपोल्लोन हैं।