एक से ज्यादा है खाता तब भी बैंक डूबने पर आपको इतना ही मिलेगा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में ऐलान किया कि अगर कोई बैंक दिवालिया हो जाता है तो इस बैंक के अकाउंट होल्डर्स के अकाउंट के लिए डिपॉजिट इंश्योरेंस के तौर पर 5 लाख रुपये दिए जाएंगे। अगर आसान भाषा में समझें तो किसी बैंक में आपकी कुल जमा राशि 8 लाख है तो बैंक के डूबने पर आपको सिर्फ 5 लाख रुपये ही मिलेंगे। बाकी आपको मिलने की गारंटी नहीं होगी। इसके पहले डिपॉजिट इंश्योरेंस के तहत 1 लाख रुपये देने का प्रावधान था। बता दें 1993 के बाद पहली बार डिपॉजिट इंश्योरेंस की सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपये किया गया है।
क्या कहता है नियम?
DICGC एक्ट, 1961 की धारा 16 (1) के प्रावधानों के तहत, अगर कोई बैंक डूब जाता है या दिवालिया हो जाता है, तो DICGC प्रत्येक जमाकर्ता को भुगतान करने के लिए जिम्मेदार होता है। खातेदार की जमा राशि पर 5 लाख रुपये तक का बीमा होगा। आपका एक ही बैंक की कई ब्रांच में खाता है तो सभी खातों में जमा धन और ब्याज जोड़ा जाएगा और केवल 5 लाख तक जमा को ही सुरक्षित माना जाएगा। इसमें मूलधन और ब्याज दोनों शामिल हैं। यानी अगर दोनों जोड़कर 5 लाख से ज्यादा है तो सिर्फ 5 लाख ही सुरक्षित माना जाएगा।
PMC घोटाले के बाद उठी थी मांग
पीएमसी घोटाला सामने आने के बाद इस बात की मांग बढ़ गई थी कि अकाउंट होल्डर्स के डिपॉजिट इंश्योरेंस की सीमा को बढ़ाया जाए। कई लोगों के बैंक में करोड़ों रुपये जमा हैं लेकिन पुराने नियाम के अनुसार पीएमसी के डूबने पर वो केवल एक लाख का ही क्लेम कर सकते हैं।
सहकारी बैंक सबसे ज्यादा पीछे
- 31 मार्च 2019 तक DICGC पास डिपॉजिट इंश्योरेंस के तौर पर 97,350 करोड़ रुपये था, जिसमें 87,890 करोड़ रुपये सरप्लस भी है।
- DICGC ने 1962 से लेकर अब तक कुल क्लेम सेटलमेंट पर 5,120 करोड़ रुपये खर्च किया है जो कि सहकारी बैंकों के लिए था।
- डीआईसीजीसी के अंतर्गत कुल 2,098 बैंक आते हैं, जिनमें से 1,941 बैंक सहकारी बैंक हैं। अधिकतर इन्हीं बैंकों में लिक्विडेशन की कमी देखने को मिल रही है।
- वित्त वर्ष 2018-19 में पब्लिक सेक्टर बैंकों समेत सभी कॉमर्शियल बैंकों ने DICGC के पास 11,190 करोड़ रुपये डिपॉजिट इंश्योरेंस के तौर पर जमा किया है
- सहकारी बैंकों ने केवल 850 करोड़ रुपये ही जमा किया है, यानी डीआईसीजीसी के पास वित्त वर्ष 2019 में डिपॉजिट इंश्योरेंस प्रीमियम के तौर पर 12,040 करोड़ रुपये आए थ