जेल के पिछले हिस्से की दीवार फांदकर दो विचाराधीन बंदी हुए फरार..

जिला जेल का पिछले हिस्से की दीवार को फांद कर दो विचाराधीन बंदी भाग निकले। घटना सुबह 5 बजे की बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन,फरार बंदियों को पकड़ने के लिए,नाके बंदी करने में जुटी हुई है। जानकारी के अनुसार हत्या का आरोपित तुमला थाना क्षेत्र के ग्राम शर्करा 28 वर्ष और दुष्कर्म का आरोपित,मनोरा चौकी क्षेत्र के ग्राम सोगड़ा निवासी कपिल भगत 24 वर्ष सुबह हुई गिनती में जेल से नदारद मिले। जेल परिसर में तलाश किये जाने के बाद भी जब,दोनों आरोपित नहीं मिले तो,जेल प्रशासन ने इन दोनों को फरार होने की सूचना देते हुए सुबह लगभग 7 बजे,सायरन बजा दिया।

नेट के जाल से दीवार फांदने की आशंका

जेल ब्रेक की इस घटना को लेकर कई तरह की बाते सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि कड़ाके की सर्दी और धुंध का फायदा उठाते हुए दोनों कैदियों ने जेल के अंदर में बंदियों के खेलने के लिए लगाए गए वालीबॉल के जाली को रस्सी की तरह प्रयोग करते हुए,सोलर फेंसिंग वायर में फंसा दिया और जेल की दीवार को फांद गये। जिस जगह से दोनों कैदी फरार हुए हैं,वहां जेल की दीवार की ऊँचाई अन्य जगह की तुलना में कम बताया जा रहा है।

उच्च अधिकारी पहुँचे जेल

जेल ब्रेक की घटना की सूचना मिलते ही एसपी डी रवि शंकर,एएसपी उमेश कश्यप और एसडीओपी जशपुर आरएस परिहार जेल पहुँच गए हैं। अधिकारी,जेल ब्रेक की इस घटना की तह तक पहुँचने के लिए अन्य बंदियों से पूछताछ में जुटे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार जिम्मेदार अधिकारी इस बात के लेकर हैरान हैं कि बंदियों के फरार होने की भनक वॉच टावर में तैनात संतरी को कैसे नहीं लगी। आशंका जताई जा रही है कि जेल ब्रेक की योजना काफी पहले तैयार की गई थी।

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2008 में हुई थी बड़ी घटना

जानकारी के लिए बता दें जिला जेल से इससे पहले 2008 में 7 कैदी फरार हुए थे। इसके बाद,न्यायालय परिसर में निर्मित बैरक की दीवार में सुराख कर,बंदियों की भागने की घटना भी हुई थी। हर घटना के बाद,सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने का दावा किया जाता रहा है। लेकिन,इन सभी सुरक्षा व्यवस्था को ठेंगा दिखा कर,बंदी जेल से भाग रहे हैं।

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