राज्यपाल से प्रयागराज के मलिन बस्तियों में रहने वाले बच्चों ने भेंट की
- सामाजिक समरसता हेतु गरीब बच्चों के साथ-साथ सम्पन्न घरानों के बच्चों को भी जोड़ें
- बच्चे को जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने में अभिभावकों की होती है महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
- अभिभावकों से बेटा और बेटी में भेद नहीं करने की अपील -राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल
- औद्योगिक विकास मंत्री के नेतृत्व में मलिन बस्तियों के बच्चों हेतु ‘हर घर रोशनी-हर घर दीपावली’ अभियान
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ के नेतृत्व में प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र के 51 मलिन बस्तियों में रहने वाले 209 परिवारों के 410 बच्चों ने अपने माता-पिता के साथ आज राजभवन का भ्रमण कर राज्यपाल जी का आशीर्वाद एवं सानिध्य प्राप्त किया।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने बच्चों एवं उनके अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि राजभवन का भ्रमण कर सभी बच्चे अपने संस्मरणों को लिपिबद्ध करें। उन्होंने माननीय मंत्री जी की मलिन बस्तियों व गरीब परिवार के बच्चों हेतु किये जा रहे पहल का स्वागत करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि समाज में प्रेरक कार्य करने वाली महिलाओं एवं दलितों का सम्मान होना चाहिए, जिससे समाज को प्रेरणा मिल सके। राज्यपाल जी ने उपस्थित बच्चों को राजभवन में संचालित विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराते हुए कहा कि यहां बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु कम्प्यूटर प्रशिक्षण तथा आत्मरक्षा के लिए जूडो कराटे के प्रशिक्षण प्रदान किये जा रहे हैं। इसके साथ-साथ यहां की अध्यासित महिलाओं के आय सृजन हेतु उन्हें सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। उन्होंने विश्वविद्यालय की चर्चा करते हुए बताया कि विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में नामांकन हेतु अनुसूचित जाति एवं जनजाति के विद्यार्थियों का पंजीकरण कम होने के कारण नैक मूल्यांकन प्रभावित होता है। इसलिए ऐसे प्रयास किये जाने चाहिए कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति के शत-प्रतिशत बच्चे विश्वविद्यालयों में अपना नामांकन करायें।
राज्यपाल जी ने बच्चों को राजभवन भ्रमणोपरांत अपने अनुभवों को लिखकर राजभवन भेजने हेतु कहा। उन्होंने बच्चों के राजभवन आने पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सभी बच्चे खूब पढ़ाई करें और जीवन में अच्छे कार्यों हेतु प्रेरित हों। उन्होंने उपस्थित अभिभावकों से बेटा और बेटी में भेद नहीं करने की अपील की तथा कहा कि दलित और मलिन बस्तियों के साथ-साथ सम्पन्न घरानों के बच्चों को भी जोड़े ताकि छुआछूत और भेदभाव की भावना को समाप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि बच्चे को जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने में अभिभावकों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है। उन्हें बच्चों के मनोबल को हमेशा बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने बच्चों को किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहने की नसीहत भी दी।
इस अवसर पर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने राज्यपाल जी को महिला सशक्तीकरण की प्रतिमूर्ति बताते हुए कहा कि राज्यपाल जी की प्रेरणा से प्रेरित होकर आज राजभवन में प्रयागराज से मलिन बस्ती के गरीब बच्चे यहां राजभवन का भ्रमण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दीपावली पर हर तरफ रोशनी होती है। पटाखे फोड़े जाते हैं, लोग एक-दूसरे को उपहार देते हैं लेकिन झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को त्योहार पर भी खुशियां नसीब नहीं होती हैं। इसलिए पिछले कई सालों से गरीब बच्चों के लिए ‘हर घर रोशनी-हर घर दीपावली’ अभियान के तहत विभिन्न स्थलों का भ्रमण एवं खरीददारी कराकर उन्हें उपहार देने का काम किया जा रहा है। इसी क्रम में 51 मलिन बस्तियों में रहने वाले 209 परिवारों के 410 बच्चों और उनके माता-पिता को दीपावली से पूर्व लखनऊ के शॉपिंग मॉल व वाटर पार्क तथा राजभवन का भ्रमण बसों से कराया गया और आज राजभवन के प्रांगण में राज्यपाल जी का ममतामयी सानिध्य प्राप्त कर बच्चे उत्साहित और गौरवान्ति हुए हैं।
इस अवसर पर माननीय मंत्री जी ने राज्यपाल जी को दीपावली उपहार भेंट किया।
कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डा0 सुधीर महादेव बोबडे, प्रयागराज की पूर्व मेयर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, बच्चे एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे।