परीक्षा परिणाम को महत्तम 21 दिवसों में जारी करे, विश्वविद्यालय : -राज्यपाल, श्रीमती आनंदीबेन पटेल
- राज्यपाल व कुलाधिपति की अध्यक्षता में प्रदेश के नवस्थापित तीन विश्वविद्यालयों की वस्तुस्थिति एवं प्रगति के संदर्भ में बैठक सम्पन्न हुई
- परीक्षा परिणाम को महत्तम 21 दिवसों में जारी करे, विश्वविद्यालय
- विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक व विस्तार गतिविधियों के साथ-साथ बेस्ट प्रैक्टिसेज को भी बढ़ावा दिया जाए
- कुलपति गण छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का निस्तारण करें
- विश्वविद्यालय परिसर में छायादार वृक्षों, स्वच्छता व पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज प्रदेश के नवस्थापित विश्वविद्यालयों महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़, राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय अलीगढ़ व मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय सहारनपुर की वास्तुस्थिति एवं प्रगति के संदर्भ में बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलाधिपति ने विश्वविद्यालयों द्वारा समर्थ पोर्टल के क्रियान्वयन के साथ-साथ परीक्षा परिणाम को महत्तम 21 दिवसों में जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक व विस्तार गतिविधियों के साथ-साथ बेस्ट प्रैक्टिसेज को भी बढ़ावा दिया जाए। कुलाधिपति जी ने विश्वविद्यालयों द्वारा गोद लिए गांव व आंगनवाड़ी केन्द्रों को सुविधा सम्पन्न बनाए जाने हेतु कार्य करने तथा इस संबंध में नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने को निर्देशित किया। राज्यपाल जी ने नवस्थापित विश्वविद्यालयों से संबद्ध सभी महाविद्यालयों में फी निर्धारण हेतु नियम, नैक मूल्यांकन हेतु सभी क्राइटेरिया अनुसार समन्वयक की नियुक्ति, तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने हेतु भी निर्देशित किया।
आज की बैठक में राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालय के कुलपतियों को विश्वविद्यालय परिसर में भ्रमण कर छात्र-छात्राओं से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याएं जानने व उसका निस्तारण करने हेतु निर्देश दिए। राज्यपाल जी ने सम्बन्धित विश्वविद्यालयों के आगामी वर्षों की कार्य योजना की रिपोर्ट विजन डॉक्यूमेंट के रूप में बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में छायादार पौधों का रोपण किया जाए तथा विश्वविद्यालय में पूर्ण रूप से तैयार भवन को संबंधित चित्रों, प्रतीकों व संबद्ध गतिविधियों के चित्रांकन के माध्यम से दर्शनीय बनाया जाए। उन्होनें विश्वविद्यालय परिसर में स्वच्छता, पेयजल का प्रबंधन आदि कि समुचित व्यवस्था के निर्देश दिए। राज्यपाल जी ने गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों द्वारा महीने में एक दिन स्वयं अपना भोजन बनाए जाने को प्रेरित किया। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में सप्ताह में एक दिन विद्यार्थियों और अध्यापकों द्वारा सफाई में सक्रिय सहभागिता करने की भी अपील की।
कुलाधिपति ने बैठक में उपस्थित कुलपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी कुलपति सक्रिय होकर कार्य करेंगे तो छात्र-छात्राओं में कार्य व विश्वविद्यालय के प्रति एक अच्छा संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि कुलपति बिना अपॉइंटमेंट के सप्ताह में एक दिन छात्र-छात्राओं से मिले, उनकी समस्याएं जाने उनकी फीडबैक ले तथा उस पर कार्य करें।
उक्त बैठक में सम्बन्धित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने विश्वविद्यालय के प्रवेश प्रक्रिया, परीक्षा, मूल्यांकन व परीक्षा परिणाम की स्थिति, पद सृजन के सापेक्ष नियुक्ति व पदोन्नति, विश्वविद्यालय में समर्थ पोर्टल के क्रियान्वयन की स्थिति, निर्माण कार्य की भौतिक प्रगति, न्यायालयीय वादों की स्थिति, विश्वविद्यालय की विस्तार व सामाजिक गतिविधियां, विविध शिकायतों के निस्तारण, प्रशासनिक प्रगति, डिजिटाइजेशन ऑनलाइन पोर्टल्स के संबंध में प्रगति, छात्रवृत्ति की स्थिति, अकादमिक कार्य प्रगति, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रमों का संचालन, महिला अध्ययन केंद्र व विविध कार्यों के संबंध में अपने-अपने विश्वविद्यालय के संदर्भ में प्रस्तुतिकरण दिया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव, श्री राज्यपाल, डॉ सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा डॉ0 पंकज एल. जानी, कुलपति महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़, डॉ0 प्रदीप कुमार शर्मा, कुलपति राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, अलीगढ़, प्रोफेसर चंद्रशेखर, कुलपति मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय सहारनपुर, प्रोफेसर हृदय शंकर सिंह व विश्वविद्यालय के अधिकारी गण आदि उपस्थित रहे।