टोक्यो ओलंपिक: भारतीय महिला हॉकी टीम ने रचा इतिहास, पहली बार सेमीफाइनल में पंहुचा भारत
जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है। टीम ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर पहली बार सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। भारत की तरफ से एकमात्र गोल गुरजीत कौर ने दागा। भारतीय टीम पूरे मैच में कंगारू टीम पर हावी रही और लगातार अटैकिंग गेम को जारी रखा। कप्तान रानी रामपाल की अगुवाई में भारतीय टीम ने 41 साल में पहली बार ओलंपिक खेलों के क्वार्टर फाइनल में अपना जगह बनाई थी।
भारतीय महिला हॉकी टीम ने दक्षिण अफ्रीका पर 4-3 की जीत और बाद में मौजूदा चैंपियन ग्रेट ब्रिटेन की आयरलैंड पर 2-0 की विजय से शनिवार को 41 वर्षों में पहली बार ओलंपिक खेलों के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था। साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम की खिलाड़ी वंदना कटारिया ने जबरदस्त खेल दिखाते हुए लगातार तीन गोल दागकर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। वंदना ओलंपिक में भारत की तरफ से गोलों की हैट्रिक लगाने वाली पहली खिलाड़ी भी बनीं थीं। हॉकी टीम की फॉर्म को देखते हुए फैन्स सेमीफाइनल में भी इस टीम से दमदार प्रदर्शन की उम्मीद करेंगे।
🇮🇳 HISTORY HAS BEEN MADE!!! 🙌#IND beat and knock out world no. 2 #AUS in the quarter-final match of women’s #hockey by 1-0 to seal their spot in SEMI-FINAL for the first time ever! 😍👏#Tokyo2020 | #StrongerTogether | #UnitedByEmotion pic.twitter.com/HgBcsHg5Ob
— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 2, 2021
रविवार को भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर 49 साल बाद ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल का टिकट कटाया। टीम की ओर से से दिलप्रीत सिंह ने 7वें, गुरजंत सिंह ने 16वें और हार्दिक सिंह ने 57वें मिनट में गोल किया। वहीं, बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने इतिहास रचते हुए लगातार दूसरे ओलंपिक में मेडल अपने नाम किया. सिंधु ने चीन की ही बिंग जियाओ को सीधे गेम में 21-13, 21-15 से मात देकर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया।