जानिए हरतालिका तीज व्रत की सामग्री लिस्ट इसी के साथ पूजा विधि
आज हरतालिका तीज का व्रत है। आज महिलाओं में अपने पति के लिए यह व्रत रखा है। आप सभी को बता दें कि हिंदू पंचांग अनुसार ये व्रत भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया को आता है। जी हाँ और इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा होती है। यह व्रत विवाहित महिलाओं के अलावा अविवाहित लड़कियों द्वारा भी रखा जा सकता है। इसी के साथ आपको हम यह भी बता दें कि इस दिन निर्जला और निराहार व्रत किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति रूप में पाने के लिए रखा था। अब हम आपको बताते हैं व्रत की सामग्री लिस्ट, और दान की सामग्री लिस्ट इसी के साथ पूजा विधि।
हरतालिका तीज व्रत सामग्री: गीली काली मिट्टी या बालू रेत,धतूरे का फल एवं फूल, अकांव का फूल, तुलसी, मंजरी, बेलपत्र, शमी पत्र, केले का पत्ता, जनैऊ, कलेवा/लच्छा या नाड़ा, वस्त्र, श्रीफल, कलश, अबीर, चंदन, घी-तेल, सभी प्रकार के फल एवं फूल पत्ते, कपूर, फुलहरा, कुमकुम, दीपक और विशेष प्रकार की पत्तियां, लकड़ी का पाटा, पूजा के लिए नारियल, लाल या पीले रंग का कपड़ा, पानी से भरा कलश, मेंहदी, काजल, माता के लिए चुनरी, सुहाग का सामान, सिंदूर, चूड़ियां, बिंदी और पंचामृत।
दान सामग्री- हरितालिका तीज व्रत में सुहाग की सामग्री चढ़ाई जाती है। जिसमें मेहंदी, कुमकुम, सिंदूर, कंघी, माहौर, श्रीफल, कलश, चूड़ी, बिछिया, काजल, बिंदी, अबीर, चंदन, घी-तेल, कपूर, कुमकुम और दीपक।
हरतालिका तीज व्रत की पूजा विधि- आप सबसे पहले भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की बालू, रेत या काली मिट्टी की प्रतिमा बनाएं। पूजा के स्थान को फूलों से सजाएं और एक चौकी रखें। इस पर केले के पत्ते बिछाएं और भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें। अब भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश का षोडशोपचार विधि से पूजन करें।