योगी बोले- पहले भर्ती निकलते ही पूरा परिवार वसूली के लिए निकलता था
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को राजस्व विभाग के 57 नायब तहसीलदारों तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग के 141 प्रवक्ताओं व 69 सहायक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। यहां उन्होंने पिछली सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले भर्ती शुरू होते ही चाचा-भतीजे व भांजे सहित महाभारत के सारे परिवार वसूली के लिए निकल पड़ते थे। चयन प्रक्रिया में विसंगति साबित होने पर खामियाजा सरकारी अफसर भुगतते थे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पारदर्शी व ईमानदारी से भर्ती कार्यवाही की है और 4.5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं।
लोकभवन में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में योगी ने कहा कि उनकी सरकार में चयन प्रक्रिया में यदि कहीं गड़बड़ी की बात सामने आई तो भर्ती प्रक्रिया निरस्त करने में कोई संकोच नहीं किया। जो गड़बड़ी करने के जिम्मेदार थे, उनके खिलाप सख्त कार्रवाई की। उनमें कई आज भी जेल में समय काट रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने सत्ता में आने पर अपराध व अपराधियों के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति का एलान किया था। यह पूरे कार्यकाल जारी है। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों का आह्वान किया कि जिस तरह पारदर्शी व ईमानदारी से चयन हुआ है, उसी तरह वे भी ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करें। उन्होंने विस्तार से बताया कि किस तरह सरकार ने प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए काम किया और आज हर क्षेत्र में यूपी आगे है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने एक ओर नई नियुक्तियां की दूसरी ओर पदोन्नतियां देने का काम किया। इसी तरह लेखपाल के रिक्त 8000 से अधिक पदों पर भर्ती शुरू की गई है।
उन्होंने राजस्व विभाग के जरिए गरीबों के कल्याण के लिए स्वामित्व योजना, एंटी भू-माफिया अभियान व लैंड बैंक बनाकर निवेश व गरीब के आवास के लिए जमीन उपलब्ध कराने के प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान व बांग्लादेश से निकलो गए हिंदुओं को सरकार ने कानपुर में जमीन देकर बसाने का काम किया है। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने भी संबोधित किया। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में योगी सरकार द्वारा किए गए कार्यों के साथ संस्कृत विद्यालयों को आगे बढ़ाने के प्रयासों की विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर राज्य मंत्री गुलाब देबी व छत्रपाल सिंह गंगवार, राजस्व परिषद के चेयरमैन मुकुल सिंघल, अपर मुख्य सचिव राजस्व मनोज कुमार सिंह आदि वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।