CM योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में DRDO का अस्थाई कोविड अस्पताल का किया लोकार्पण
लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 505 बेड के डीआरडीओ का अवध शिल्प ग्राम में अटल विहारी वाजपेयी कोविड अस्पताल तैयार हो गया है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अस्पताल का शुभारंभ किया। लखनऊ में कोरोना से संक्रमित लोगों के लिए डीआरडीओ ने इस अस्थाई हॉस्पिटल को बनाया है। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में कोरोना को लेकर कुछ जगह कम संसाधन की बात सामने आ रही है। सरकार लगातार कोरोना से निपटने के लिए अपनी क्षमता को बढ़ा रही गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सहयोग से लखनऊ में डीआरडीओ का यह अस्पताल लखनऊ और प्रदेश वासियों को राहत देगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अवध शिल्प ग्राम में डीआरडीओ के तैयार अटल विहारी वाजपेयी कोविड अस्पताल के लोकार्पण अवसर पर कहा कि राज्य सरकार ने आज से गावों में विशेष अभियान की शुरुआत की है। पंचायत चुनाव खत्म हो गया है। गावों में कोरोना न बढ़े इसके लिए हर ग्राम पंचायत में निगरानी समिति बनाई गई है। सभी को थर्मामीटर, ऑक्सिमिटर और जरूरी उपकरण दिए गए हैं। लक्षण आते एंटीजन टेस्ट समिति कराएगी। जरूरत पड़ने पर आरटीपीसीआर और कम्युनिटी सेंटर बनाने व होम आइसोलेशन वाले मरीजो को मेडिकल किट दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस अस्पताल को 250 बेड के साथ शुरू किया जा रहा है, जिनमें 150 आइसीयू और 100 बेड आइसोलेशन वार्ड के होंगे। अगले तीन दिनों में यहां मौजूदा सभी बेड का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा। केंद्र और राज्य सरकार के साथ बना यह अस्पताल लोगों के उपचार में काफी सफल होगा। नैना ने अपना मैन पावर लगाया है, जबकि डीआरडीओ ने आधारभूत ढांचा खड़ा किया है। स्थानीय प्रशासन यहां हाउस कीपिंग स्टाफ के लिए सहयोग करेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डीआरडीओ अस्पताल मरीजों के लिए समर्पित होगा। इस अस्पताल में मरीजों ले साथ उनके तीमारदारों की भी व्यवस्था होगी। समय समय पर दिन में एक बार भर्ती मरीज की जानकारी तीमारदार को दी जाएगी। सात दिन के बाद उनकी कोरोना जांच की भी व्यवस्था की गई है। सरकार ने तीन दिन पहले ट्रायल के लिए यहां ऑक्सीजन उपलब्ध कराया था। यहां 24 घंटे ऑक्सीजन का बैकअप रहे इसके लिए राज्य सरकार यहां ऑक्सीजन की आपूर्ति बनाए रखेगी। डीआरडीओ यहां ऑक्सीजन कन्संट्रेटर की सुविधा उपलब्ध करायेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डीआरडीओ अस्पताल मरीजों के लिए समर्पित होगा। इस अस्पताल में मरीजों ले साथ उनके तीमारदारों की भी व्यवस्था होगी। समय समय पर दिन में एक बार भर्ती मरीज की जानकारी तीमारदार को दी जाएगी। सात दिन के बाद उनकी कोरोना जांच की भी व्यवस्था की गई है। सरकार ने तीन दिन पहले ट्रायल के लिए यहां ऑक्सीजन उपलब्ध कराया था। यहां 24 घंटे ऑक्सीजन का बैकअप रहे इसके लिए राज्य सरकार यहां ऑक्सीजन की आपूर्ति बनाए रखेगी। डीआरडीओ यहां ऑक्सीजन कन्संट्रेटर की सुविधा उपलब्ध करायेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में अप्रैल से 3.09 लाख तक सक्रिय केस पहुंच गए थे, जो अब 2.62 लाख तक आ गया है। कोरोना वारियर्स, समाजसेवी संगठन मिलकर काम करेंगे, अच्छे परिणाम आएंगे। केंद्र सरकार कई और प्लांट से ऑक्सीजन उपलब्ध करा रही है। कल तक प्रदेश को 783 मीट्रिक टन आपूर्ति हुई है। वायुसेना और रेलवे के माध्यम से हम ऑक्सीजन ला रहे है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के साथ कि वह व्यर्थ न हो। सरकार ने ऑक्सीजन ऑडिट की व्यवस्था बनाई है। आइआइटी कानपुर, आइआइएम लखनऊ सहित सात संस्था अलग अलग जिलों में ऑडिट कर रही हैं। वहां कितने बेड है मौजूदा संसाधन की उपलब्धता का ऑडिट हो रहा है। सबको धैर्य व संवेदना साथ लगना पड़ेगा।
डीआरडीओ अस्पताल एक नजर में…
- 505 बेड का यह अस्पताल
- 85 बेड आइसीयू एक में
- 65 बेड आइसीयू दो
- 143 बेड जनरल आक्सीजन वार्ड एक में
- 212 बेड आक्सीजन साथ जर्मन एसी हैंगर
- 120 सेना के तीनों अंगों के डाक्टर
- 180 एमएनएस अधिकारी और पैरामेडिकल स्टाफ
- 17 अप्रैल को लखनऊ आई थी डीआरडीओ की टीम
- 100 विशेषज्ञों की टीम ने तैयार किया अस्पताल
- 30 अप्रैल को मरीजों के लिए शुरू करने का था लक्ष्य
- 40 हजार लीटर के हैं यहां दो आक्सीजन टैंक