ब्रिस्बेन के होटल में टीम इंडिया को नहीं मिली बेसिक सुविधाएं
नई दिल्ली: सिडनी टेस्ट में नस्लभेदी टिप्पणी का सामना करने वाली टीम इंडिया के खिलाड़ियों को अब नई मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। चौथा टेस्ट खेलने के लिए ब्रिस्बेन पहुंची इंडियन टीम को जिस होटल में ठहराया गया है, वहां बेसिक सुविधाएं भी नहीं हैं। BCCI के एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया है कि जब भारतीय टीम ब्रिस्बेन के होटल पहुंची तो वहां पर रूम सर्विस और हाउस कीपिंग जैसी सुविधाएं नहीं थीं। जिम बहुत बेसिक था और यह अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा नहीं करता था। होटल में खिलाड़ियों को स्वीमिंग पूल के इस्तेमाल की इजाजत भी नहीं दी गई थी। सूत्र ने कहा कि चेक इन के दौरान हमसे जैसा वादा किया गया था, वैसी सुविधाएं हमें नहीं मिलीं। सूत्र ने बताया, ‘जब टीम ने होटल के मैनेजमेंट से शिकायत की कि व्यवस्थाएं ठीक नहीं हैं तो उन्हें जवाब मिला कि ये नियम भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई टीम, दोनों पर लागू होते हैं। कोई एक टीम नहीं है, जिस पर सख्त क्वारैंटाइन नियम लागू किए गए हों।’
इस बात की शिकायत BCCI के प्रेसिडेंट सौरव गांगुली, सेक्रेटरी जय शाह और CEO हेमंग अमीन से भी की गई है। इस मसले पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड के अधिकारियों से बात की है। इसके बाद भारतीय टीम को क्वींसलैंड की राजधानी ब्रिस्बेन में ये सुविधाएं देने का भरोसा दिलाया गया है। भारतीय टीम को भी लग रहा है कि गांगुली और जय शाह के दखल के बाद चीजों में सुधार हो जाएगा।
सिडनी टेस्ट के दौरान भारतीय बॉलर मो. सिराज पर दर्शकों ने नस्लभेदी टिप्पणी की थी। बाउंड्री के करीब बैठे दर्शकों की एक टोली लगातार सिराज को ब्राउन मंकी और बिग डॉग बोल रही थी। सिराज की शिकायत के बाद पुलिस ने 6 दर्शकों को बाहर निकाल दिया। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भी इस घटना पर टीम इंडिया से माफी मांगी थी।