इंडोनेशिया में दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा समुद्र में मिला

नई दिल्ली: इंडोनेशिया के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त विमान बोइंग 737-500 के मलबे एवं ब्लैक बॉक्स का रविवार को पता लगा लिया। शनिवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए श्रीविजय एयरलाइंस के इस विमान में 62 यात्री सवार थे। इंडोनेशिया के राष्ट्रीय तलाशी एवं बचाव एजेंसी के प्रमुख बगस पुरोहितो ने बताया कि अधिकारियों का मानना है कि उन्होंने उस स्थान का पता लगा लिया है जहां पर विमान का ब्लैक बॉक्स (कॉकपिट का डाटा एवं ध्वनि रिकॉर्डर) गिरा है क्योंकि उससे निकलने वाले आपात संकेत की पहचान नौसेना पोत की सोनार प्रणाली ने की है।

सैन्य प्रमुख हादी त्जाहजांतो ने कहा, ”हमने उपकरण से आए दो संकेतों की मदद से ब्लैक बॉक्स का पता लगा लिया है। उन्होंने कहा, ”उम्मीद है हम हादसे की वजह जानने में सहायक ब्लैक बॉक्स को जल्द ही बाहर निकाल लेंगे।” इससे पहले रविवार को तलाशी एवं बचाव अभियान के तहत गोताखोरों को जावा सागर में 23 मीटर की गहराई में विमान के हिस्से मिले थे जिसके बाद और गहनता से खोज अभियान शुरू किया गया।” त्जाहजांतो ने एक बयान में कहा, ”हमें खबर मिली है कि पानी में दृश्यता ठीक है जिससे गोताखोरों के दल के लिए विमान के कुछ हिस्सों को खोजने में मदद मिली।

उन्होंने कहा, ”हमें विश्वास है कि यह वहीं स्थान है जहां पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।” उन्होंने ने बताया कि विमान के हिस्से मिले हैं जिन पर पंजीकरण संख्या दर्ज है। इससे पहले बचाव दल के सदस्यों को जावा के समुद्र से रविवार सुबह मानव अवशेष, फटे कपड़े एवं धातु के कुछ टुकड़े मिले थे। त्जाहजांतो ने बताया कि शनिवार को जिस स्थान से श्रीविजय एयर की उड़ान संख्या 182 लापता हुई थी वहीं से नौसेना के पोत पर लगे सोनार उपकरण ने विमान से आ रहे संकेत को पकड़ा था जिसके बाद इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया।

यह विमान राजधानी जकार्ता से इंडोनेशिया के बोर्नियो द्वीप स्थित वेस्ट कलीमंतान प्रांत की राजधानी पोंटियांक जा रहा था। अभी तक विमान हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है और न ही उसमें सवार किसी के जिंदा होने के संकेत मिले हैं। राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा, ”मैं सरकार और सभी इंडोनेशिया वासियों की ओर से इस हादसे पर दुख व्यक्त करता हूं।” परिवहन मंत्री बी के सुमादी ने संवादाताओं से कहा कि दुर्घटनास्थल का अनुमान लगने के बाद अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है। राष्ट्रीय खोज एवं बचाव एजेंसी ने बयान जारी करके कहा कि खोज एवं बचाव दल ने लांकांग और लाकी द्वीपों के बीच ये वस्तुएं बरामद की हैं।

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