कोरोना संकट के बीच पाकिस्तान भी कर रहा CM योगी के कार्यों की सराहना
कोरोना के खिलाफ जिस तरह से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की कमान संभाल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जंग लड़ी है, उसकी हर तरफ सराहना हो रही है। यह अपने आप में हैरत की बात है कि कट्टर हिंदूवादी छवि के माने जाने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यों की तारीफ दुश्मन देश पाकिस्तान में भी हो रही है।
कोरोना संकट के दौर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों की सराहना देश और दुनिया ही नहीं, बल्कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन देश पाकिस्तान भी कर रहा है। पाकिस्तान के चर्चित अखबार द डॉन के सम्पादक फ़हद हुसैन ने कोरोना के दौरान योगी की रणनीति की तारीफ की है। उन्होंने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ और पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के कार्यों की तुलना की है और योगी नेतृत्व को इमरान से बेहतर बताया है।
Here’s another graphic comparison this time between Pakistan and Indian state of Maharashtra (prepared by an expert). This shows how terribly Maharashtra has performed in relation to Pakistan. Shows the outcome of bad decisions & their deadly consequences #COVIDー19
(1/2) pic.twitter.com/6AHenrznIs— Fahd Husain (@Fahdhusain) June 7, 2020
अपने ट्वीट में फ़हद ने लिखा है कि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या पाकिस्तान से कहीं ज्यादा है, लेकिन कोरोना के दौरान हो रही मौतों का सिलसिला यूपी में पाकिस्तान से कम है। उन्होंने बताया है कि पाकिस्तान की जनसंख्या जहां 208 मिलियन है, वहीं यूपी की 225 मिलियन, फिर व्यवस्थाएं उत्तर प्रदेश में बेहतर हैं।
फ़हद ने अपने ट्वीट के साथ एक ग्राफ शेयर करते हुए लिखा है कि “ये ग्राफ ध्यान से देखिए ये कोरोना से पाकिस्तान और भारत के राज्य यूपी में होने वाली मौतों की तुलना है।
दोनों की जनसंख्या, साक्षरता और प्रोफाइल एक ही है। उत्तर प्रदेश के मुकाबले पाकिस्तान कम घनत्व लेकिन ज्यादा जीडीपी वाला देश है। यूपी ने कड़ाई से लॉक डाउन का पालन कराया, लेकिन पाकिस्तान में ये नहीं हो सका। इसी का नतीजा है कि यहां संक्रमण और मौतों की दर ज्यादा है, जबकि उत्तर प्रदेश में कम है।”
उत्तर प्रदेश में अभी तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 10261 है, जबकि पाकिस्तान में 98943 लोग इस वैश्विक महामारी से संक्रमित हैं। वही इस वायरस से पाकिस्तान में मरने वालों की संख्या 2002 है, जबकि उत्तर प्रदेश में अभी तक 275 लोगों की इससे जान गई है।