जासूसी सॉफ्टवेयर लोड करवा कर पत्नी को गिफ्ट किया था 72000 का फोन, जांच में चौंकाने वाला खुलासा
लखनऊ विश्वविद्यालय के एलएलबी पेपर लीक केस की जांच कर रही यूपी पुलिस की एसटीएफ टीम ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं। एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि शेखर हास्पिटल की डा. ऋचा मिश्रा व उनके पति डा.एके सचान में खासी अनबन रहती थी। डा.एके सचान पत्नी की कुछ गतिविधियों से खिन्न रहने लगे थे, हालांकि उन्होंने अपनी पत्नी को तलाक देकर डा. ऋचा से शादी की लेकिन अनबन के चलते दोनों की पटरी नहीं खा रही थी। एसटीएफ ने जांच में पाया है कि झगड़ने के बावजूद फिलहाल दोनों साथ रह रहे हैं।
जासूसी के लिए 72 हजार का मोबाइल गिफ्ट किया
एसटीएफ ने जांच में पाया है कि डा. ऋचा का मोबाइल फोन एक स्पाई साफ्टवेयर के जरिये गुपचुप रूप से सुना जा रहा था। इस साफ्टवयेर को डा. एके सचान ने लोड करवाया था। उन्होंने 72 हजार रुपये का एक मोबाइल खरीदवाया। इस एनरायड मोबाइल में स्पाई साफ्टवेयर लोड कराया। इसमें उनके तकनीशियन आशीष श्रीवास्तव ने मदद की। आशीष शेखर हास्पिटल में सीसीटीवी का काम करता था। साफ्यवेयर लोड करने और उसे आपरेट करने के लिए उसे डा. एके सचान ने 25 हजार रुपये भी दिए।
पत्नी डा. ऋचा से रहती थी अनबन
एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि डा. एके सचान की अपनी पत्नी डा. ऋचा से अनबन चल रही है। वह उनके व्यवहार से खुश नहीं थे। लिहाजा, उन्होंने डा. ऋचा की निगरानी कराने के लिए प्राइवेट डिटेक्टिव की भी मदद ली। जांच में पाया गया कि वर्ष 2006 में डा एके सचान ने पहली पत्नी को तलाक देकर अपने शेखर अस्पताल में काम करने वाली डा. ऋचा मिश्रा से शादी कर ली। डा. ऋचा मिश्रा के अति महत्वाकांक्षी होने के कारण कुछ वर्षों के बाद डा. एके सचान से संबंध खराब होने लगे लेकिन लड़ते-झगड़ते अभी तक साथ रह रहे हैं। डा. ऋचा की मनमानी की वजह से ही नाराज़ होकर डा. एके सचान ने उनकी निगरानी शुरू करवाई थी।
पूरे मामले में डा. एके सचान के पारिवारिक मित्र पवन बाजपेयी ने मदद की। डा. सचान ने पवन के जरिये ही साफ्टवेयर लोड करवा दिया। पवन को डा. एके सचान ने एक मोबाइल व सिमकार्ड खरीदकर दिया। इसी मोबाइल पर पवन इंटरनेट चालू कर आशीष द्वारा दी गई मेल-आईडी व पासवर्ड से लिंक खोलकर डा. ऋचा द्वारा की जा रही बातें सुनने लगे और इसे सेव करते रहे। वह इसे रोज़ डा. एके सचान को सुनाने जाते। चूंकि पवन के मोबाइल में पूरी रिकार्डिंग थी, लिहाजा उन्होंने डा. एके सचान की सहमति से इसे आशीष श्रीवास्तव को दे दिया। उससे आडियो को किसी ऐसे ग्रुप पर लीक करने को कहा गया, ताकि डा. ऋचा की पोल-पट्टी खुल सकें।
लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी के प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में एसटीएफ ने जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। साथ ही रिपोर्ट लखनऊ पुलिस को भी आगे की कार्रवाई के लिए दी गई है।