झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की लोगों से अपील गुलदस्ते नहीं करें भेंट, जानें क्यों
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब किसी से महंगे फूलों के गुलदस्ते भेंट में नहीं लेंगे। उन्होंने लोगों से अपील की है वो उन्हें गुलदस्ता गिफ्ट करने की जगह किताबें भेंट करें। सोरेन की इस अपील को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से जोड़कर देखा जा रहा है। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने अपील की थी कि शुभकामना के रूप में बुके देने के बजाय पुस्तक भेंट करें, क्योंकि पढ़ने से ज्यादा आनंद किसी और काम में नहीं आता और ज्ञान से बड़ी कोई ताकत नहीं है।
हेमंत सोरेन ने उस रिपोर्ट के सही बताया जिसमें उन्होंने लोगों को गुलदस्ते के बजाए किताबें उपहार में देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि हां, मैंने यह फैसला किया क्योंकि लोग गुलदस्ता देते हैं जो महंगे भी होते हैं। मैंने निर्णय लिया लोग जो किताब मुझे देंगे मैं उससे एक पुस्तकालय बनाउंगा ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके।
गौरतलब है कि जून, 2017 में पीएम मोदी ने कोच्चि में पीएन पनिकर राष्ट्रीय पठन दिवस समारोह के उद्घाटन के मौके पर कहा था कि मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे शुभकामना स्वरूप पुष्प गुच्छ देने के बजाय पुस्तक भेंट करें। इस तरह का कदम बड़ा बदलाव ला सकता है। पढ़ने से ज्यादा आनंद किसी और काम में नहीं आता और ज्ञान से बड़ी कोई ताकत नहीं है।
सोरेन दिल्ली में कई नेताओ से की मुलाकात
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है। सोरेन एवं उनकी पत्नी कल्पना सोरेने ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से शिष्टाचार मुलाकात की। मुख्यमंत्री एवं उनकी पत्नी ने राष्ट्रपति को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। इसी तरह मुख्यमंत्री श्री सोरने एवं उनकी पत्नी ने नई दिल्ली में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखजीर् से शिष्टाचार मुलाकात कर उन्हें नववर्ष की शुभकामनाएं दीं।
गौरलतब है कि कि झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद विधानसभा का सत्र छह जनवरी से शुरू हो रहा है। मंत्रिमंडल का विस्तार भी होना है। इसलिए उम्मीद है कि हेमंत सोरेन देश की राजधानी में अपने गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के नेताओं से मिलेंगे। लेकिन अभी तक ऐसी किसी मुलाकात का कोई कार्यक्रम तय नहीं है।