दिल्ली पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज कोरोना की चपेट, घर में हुई क्वारंटीन

उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज कोरोना की चपेट में आ गई हैं। उनकी कई दिनों से तबीयत खराब थी और गला भी खराब था। उनका कोरोना टेस्ट कराया गया था। उनकी रिपोर्ट बुधवार को पॉजिटीव आई। उनके कोरोना पॉजिटीव होने के बाद डीसीपी कार्यालय के स्टाफ को क्वारंटीन व कार्यालय को सैनिटाइज किया जा रहा है।

पश्चिमी जिले के मोतीनगर थानाध्यक्ष भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। उन्हें घर में क्वारंटीन किया गया है। उनके साथ रहने वाले स्टाफ को भी क्वारंटीन कर दिया गया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि थानाध्यक्ष किस-किस पुलिसकर्मी व अधिकारियों से मिले थे।

दिल्ली पुलिस के उत्तमनगर, नंदनगरी, नार्थ एवेन्यू, लाजपत नगर और जामिया नगर थानाध्यक्ष समेत सात थानाध्यक्ष कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि करीब 450 से ज्यादा दिल्ली पुलिस के जवान कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।

दिल्ली एम्स के कैंसर विभाग में पांच स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इसमें दो सीनियर रेजीडेंट के अलावा नर्स और सुरक्षा गार्ड तक शामिल हैं। अब तक एम्स में 100 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी और उनके परिजन कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं।

हालांकि, दिल्ली एम्स के मुताबिक बीते मंगलवार तक 92 स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिले हैं, जबकि एम्स के सूत्रों के अनुसार बुधवार को 24 कोरोना संक्रमित रिपोर्ट आई हैं। जिनमें पांच स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल हैं। अब तक एम्स के दो स्वास्थ्य कर्मचारियों की संक्रमण की वजह से मौत भी हो चुकी है।

एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि एम्स स्थित डॉ. बीआर अंबेडकर इंस्टिट्यूट रोटरी कैंसर अस्पताल के सर्जरी और एनेस्थिसिया विभाग के दो अलग अलग रेजीडेंट डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।

हालांकि इन दोनों डॉक्टरों के सहित पांचों स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित कैसे हुए? अब तक इनके संपर्क में कितने लोग आए हैं? इसकी जानकारी एम्स से नहीं मिली है।

एम्स प्रबंधन के बुलेटिन के अनुसार झज्जर स्थित कैंपस में अब तक 1330 कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जा चुका है जिनमें से 886 को छुट्टी मिल चुकी है। वहीं 515 मरीज अभी भी उपचाराधीन हैं।

हालांकि एम्स प्रबंधन ने दिल्ली ट्रामा सेंटर से जुड़ी जानकारी साझा नहीं की है। ट्रामा सेंटर भी कोविड विशेष बनाया गया है। यहां कोरोना संदिग्ध और संक्रमित दोनों ही तरह के मरीजों को उपचार दिया जा रहा है।

 

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