बसों की सुरक्षित यात्रा पर योगी सरकार का विशेष जोर

  • निर्देश: सभी बसों में अनिवार्य रूप से कार्य कर रहे हों अग्निशमन यंत्र
  • भली भांति परीक्षण के बाद ही रूटों पर भेजी जाएं बसें
  • यंत्र चलाने के लिए चालकों- परिचालकों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाय

लखनऊ, 29 नवम्बर: योगी सरकार का सुरक्षित सफर पर विशेष जोर है। परिवहन निगम की अनुबंधित बसों में
आग लगने की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये गए हैं कि बसों की पर्याप्त चेकिंग की
जाए। बसों में आग लगने से परिवहन निगम को भारी नुकसान होता है। जान माल की क्षति की भी संभावना
बनी रहती है। समस्त बसों (निगम/अनुबंधित) की पर्याप्त जॉच करने एवं कमियों का निराकरण कराकर ही
बसों को रूट पर भेजा जाए।

समय-समय पर दिया जाय प्रशिक्षण
परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने निर्देश दिए कि निगम के क्षेत्रीय अधिकारी स्वयं चेक करें
कि बसों में अग्निशमन यंत्र लगे हों। बसों में ऑयल लीकेज न हो, विद्युत वायरिंग इत्यादि ठीक हो। उन्होंने
कहा कि यदि बसों में म्यूजिक सिस्टम, फैन, अतिरिक्त लाइट इत्यादि लगे हों तो उसकी भी जांच अवश्य की
जाए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि कोई भी ज्वलनशील पदार्थ का वहन तो बसों द्वारा नहीं किया
जा रहा है। उन्होंने चालकों तथा परिचालकों को अग्निशमन यंत्र चलाने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण देने
के निर्देश दिये।

निर्देशों का हर हाल में कराया जाय पालन
प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक) एस. एल. शर्मा ने कहा कि परिवहन मंत्री के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन
सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि फोरमैन, केन्द्र प्रबंधक सभी को निर्देश दिये गये हैं कि बसों की सभी
इलेक्ट्रिक वायरों, बैट्री से संचालित मोबाईल चार्जर इत्यादि की जांच करें और सुनिश्चित करें कि सभी उपकरण
ठीक-ठाक रहें। उसके पश्चात ही बसों को रूटों पर भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय प्रबंधक एवं सेवा
प्रबंधक मौके पर बस का निरीक्षण कर यह भी देखेंगे कि कहीं ज्वलनशील पदार्थ का तो नहीं किया जा रहा है।

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