भारत की स्वदेशी कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स ने महज़ 20 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर पाये 92,202 करोड़ रुपये

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स की हिस्सेदारी बेचकर अबु धाबी के वरेन निवेशक मुबाडाला और निजी निवेश कंपनी सिल्वर लेक दोनों से 13,640 करोड़ रुपये की पूंजी जुटा ली है।  रिलायंस इंडस्ट्रीज अब तक कुल मिलाकर करीब 20 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के सौदे कर चुकी है, जिससे कुल मिलाकर कंपनी को 92,202 करोड़ रुपये की प्राप्ति होगी।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि निजी निवेश कंपनी सिल्वर लेक ने उसकी डिजिटल इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स में अतिरिक्त 0.93 फीसदी हिस्सेदारी के बदले 4,546.80 करोड़ रुपये का नया निवेश किया है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा कि अब जियो प्लेटफॉर्म्स में सिल्वर लेक द्वारा किया गया कुल निवेश 10,202.55 करोड़ हो गया है। इससे पहले सिल्वर लेक ने चार मई को 1.15 फीसदी हिस्सेदारी के लिए जियो प्लेटफार्म्स में 5,655.75 करोड़ रुपये का निवेश किया था। सिल्वर लेक की कुल हिस्सेदारी अब बढ़कर 2.08 फीसदी हो गई है।

कंपनी ने एक अन्य बयान में अबू धाबी स्थित निवेश कंपनी मुबाडाला को 9,093.60 करोड़ रुपये में 1.85 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की। उसने कहा, ‘मुबाडाला इन्वेस्टमेंट कंपनी जियो प्लेटफॉर्म में 9,093.60 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इसके लिए इक्विटी मूल्य 4.91 लाख करोड़ रुपये और उद्यम का मूल्य 5.16 लाख करोड़ रुपये आंका गया है।’

इस निवेश के साथ, जियो प्लेटफॉर्म्स ने छह सप्ताह से भी कम समय में फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर और मुबाडाला सहित प्रमुख वैश्विक प्रौद्योगिकी निवेशकों से 92,202.15 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज इस राशि का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में करने वाली है।

फेसबुक ने 22 अप्रैल को जियो प्लेटफार्म्स में 43,574 करोड़ रुपये में 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी। इस सौदे के कुछ दिनों बाद दुनिया की सबसे बड़ी तकनीकी निवेशक कंपनी सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफार्म्स में 5,665.75 करोड़ रुपये में 1.15 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी।

इसके बाद अमेरिका स्थित विस्टा इक्विटी पार्टनर्स ने आठ मई को जियो प्लेटफॉर्म्स में 11,367 करोड़ रुपये में 2.32 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी। वैश्विक इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक ने 17 मई को कंपनी में 6,598.38 करोड़ रुपये में 1.34 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की। इसके बाद अमेरिकी इक्विटी निवेशक केकेआर ने 11,367 करोड़ रुपये में 2.32 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स एक प्रौद्योगिकी कंपनी है। रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड, जिसके पास 38.8 करोड़ मोबाइल ग्राहक हैं, वह जियो प्लेटफॉर्म्स की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बनी रहेगी।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि मुबाडाला सर्वाधिक कुशाग्र और परिवर्तनकारी वैश्विक निवेशकों में से एक है।

उन्होंने कहा, ‘अबू धाबी के साथ अपने लंबे संबंधों के जरिए मैंने व्यक्तिगत रूप से यूएई की ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के विविधीकरण और उसे वैश्विक रूप से जोड़ने में मुबाडाला के काम के प्रभाव को देखा है। हमें उम्मीद है कि कंपनी को मुबाडाला के अनुभव से फायदा होगा।’

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