संवेदनशील सरकार में होती है गरीब-कमजोर की सुनवाई: सीएम योगी
- सामूहिक विवाह समारोह में सम्मिलित हुए मुख्यमंत्री, नव दम्पतियों को दिया आशीर्वाद
- विकास में बाधक कुरीतियों को पनपने नहीं देना है : मुख्यमंत्री
गोरखपुर, 9 दिसंबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब सरकार संवेदनशील होती है तो गरीब-कमजोर लोगों की सुनवाई होती है। उन्हें बिना भेदभाव के पूरी पारदर्शिता के साथ शासन की योजनाओं का लाभ मिलता है। केंद्र व राज्य की डबल इंजन सरकार ऐसी ही संवेदनशील सरकार है। यह सरकार बिना भेदभाव शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ तो पहुंचा ही रही है, जन सहयोग से समाज की कुरीतियों को समाप्त करने का भी प्रयास कर रही है।
सीएम योगी शनिवार को महंत दिग्विजयनाथ पार्क में 1500 जोड़ों के मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह को संबोधित कर
रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का कार्यक्रम डबल इंजन सरकार के प्रयासों और सामाजिक
कुरीतियों पर प्रहार का आयोजन है। दहेज की कुरीति से कई गरीब परिवार विवाह के पवित्र यज्ञ से वंचित हो जाते थे। बाल विवाह से पूरी तरह छुटकारा पाने के साथ दहेज के अत्याचार को समाप्त करने की दिशा में यह आयोजन अभिनव प्रयास है। उन्होंने कहा कि हमें समाज में किसी भी ऐसी कुरीति को पनपने नहीं देना है जो समाज के विकास में बाधक हो।
योजना के तहत अब तक हो चुके हैं तीन लाख बेटियों के हाथ पीले
आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत वर्ष 2017 से अब तक करीब तीन
लाख शादियां करा चुकी है। 2017 के पूर्व प्रति जोड़े विवाह पर 31 हजार रुपये खर्च किए जाते थे बाद में इसे बढ़ाकर 51 हजार रुपये कर दिया गया है।
महिला सशक्तिकरण केंद्र व राज्य सरकार की प्रतिबद्धता मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार सशक्तिकरण के
लिए प्रतिबद्ध है और इस निमित्त हर जरूरी कदम उठा रही है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मातृ वंदना जैसे कई कार्यक्रम
महिलाओं की सुरक्षा व प्रेरणा की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं। महिला सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ते हुए
सरकार ने संसद में एक नया विधेयक भी पारित किया है। इसके अंतर्गत ग्राम पंचायत व नगर निकायों की तर्ज पर संसद व विधानसभाओं में भी महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण का लाभ प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के प्रयासों का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश में 01करोड़ 75 लाख तथा देश में 9 करोड़ 60 लाख महिलाओं को उज्ज्वला योजना का लाभ मिल रहा है। अब तो इस योजना के तहत होली और दीपावली पर मुफ्त गैस सिलेंडर मिलना भी शुरू हो चुका है। उन्होंने गरीबों को मकान, शौचालय, आयुष्मान कार्ड देने की योजनाओं को उन्हें गरीबी से उबारने के साथ महिला सशक्तिकरण के अभियान का हिस्सा बताया।
25 हजार रुपये होगी कन्या सुमंगला योजना की राशि
सीएम योगी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को और मजबूती देने के लिए उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला
योजना के तहत बेटी के जन्म से लेकर उसकी पढ़ाई तक 15000 रुपये का पैकेज उपलब्ध कराया जाता है। नए वित्तीय वर्ष में इसे बढ़ाकर 25000 रुपये कर दिया जाएगा। बेटी की पढ़ाई तो मुक्त होगी ही, उसके अन्य खर्चो के लिए भी इस योजना से राशि मिल जाएगी।
सीएम से लेकर विधायक तक, आनंद का अद्भुत क्षण
सीएम योगी ने सामूहिक विवाह के कार्यक्रम को आनंद का अद्भुत क्षण बताया। कहा कि किसी एक शादी में समय
निकाल पाना मुश्किल होता है लेकिन आज का यह आयोजन ऐसा शुभ व बड़ा कार्यक्रम है जहां मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारी और अधिकारी वर-वधु पक्ष के लोगों का स्वागत करने, नवयुगलों को शुभाशीष देने आए हैं।
दस नवयुगलों को प्रमाण पत्र व उपहार भी किया भेंट
समाज कल्याण विभाग की तरफ से आयोजित इस समारोह में 1500 जोड़े विवाह के पावन बंधन में बंधे। नवयुगलों में
हिन्दू, मुस्लिम दोनों शामिल रहे। सभी नव दम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए मुख्यमंत्री ने उनके सुखमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने मंच से दस नवयुगलों को प्रमाण पत्र और उपहार-शगुन किट भेंट किया। प्रमाण पत्र देने के दौरान मुख्यमंत्री ने जोड़ों से आत्मीय संवाद भी किया। कार्यक्रम को प्रदेश सरकार के मंत्री संजय निषाद,बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान और गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक श्रीराम चौहान, राजेश त्रिपाठी, महेंद्रपाल सिंह, डॉ विमलेश पासवान, एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानन्द राय, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह आदि भी उपस्थित रहे।